कर्नाटक: सरकार बचाने के लिए कांग्रेस का प्लान, मंत्री अपनी कुर्सी छोड़ नाराज विधायकों को देने को तैयार
कांग्रेस लगातार बीजेपी पर सरकार गिराने का प्रयास करने का आरोप लगा रही है और इसके लिए पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साध रही है.
बेंगलुरू: कर्नाटक में सरकार बचाने के लिए कांग्रेस का नया प्लान सामने आया है. खबर है कि राज्य में कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री अपनी कुर्सी छोड़कर नाराज़ विधायकों को देने के लिए तैयार हैं. इस बारे में प्रदेश कांग्रेस ने फैसला हाई कमांड पर छोड़ दिया है. राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता डीके शिवकुमार ने कहा है कि मैं भी अपना पद छोड़ने को तैयार हूं.
हम सभी तैयार हैं- डीके शिवकुमार
डीके शिवकुमार ने कहा कि वह सभी विधायकों के साथ संपर्क में हैं. जब उनसे मंत्रिमंडल में असंतुष्ट विधायकों को समायोजित करने के लिए वरिष्ठ मंत्रियों के इस्तीफे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने पार्टी के हित में इसकी पेशकश की थी. अगर मेरे नेता चाहेंगे तो मैं इसके लिए तैयार हूं.’’ उनसे जब पूछा गया कि कितने नेता पद छोडऩे को तैयार हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी तैयार हैं.'
येदियुरप्पा नीत टीम की तरफ से सूखाग्रस्त क्षेत्रों के दौरे के बारे में शिवकुमार ने कहा, ‘‘ यह अच्छी बात है कि कम से कम उन्हें अभी सूखे की हालत का अध्ययन करने का ज्ञान प्राप्त हुआ. कर्नाटक सरकार उन्हें हर तरह की सहायता मुहैया कराएगी.’’
बीजेपी का कांग्रेस पर नया आरोप
बता दें कि बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के विधायकों को जहां ठहराया गया, उस रिजॉर्ट पर राज्य सरकार का 982 करोड़ रुपये का जुर्माना जमीन अतिक्रमण के मामले में बकाया है. कांग्रेस नेताओं को रिसॉर्ट से यह राशि वापस लेनी चाहिए और इसका इस्तेमाल कृषि ऋण को माफ करने में किया जाना चाहिए.
हालांकि सीएलपी बैठक में चार विधायकों के हिस्सा नहीं लेने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है. बाद में पार्टी ने बताया कि अनुपस्थित रहनेवाले विधायकों को नोटिस जारी किया जाएगा. सोमवार को हुए राजनीतिक उठा-पटक के बाद दो निर्दलीय विधायकों ने गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
कर्नाटक में सीटों का समीकरण
बता दें कर्नाटक में किसी भी दल के पास पूर्ण बहुमत नहीं है. राज्य की कुल 224 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास 104 विधायक हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 80 और जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, बसपा, केपीजेपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक हैं. राज्य में कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर अपनी सरकार बनाई थी. बसपा के साथ केपीजेपी और निर्दलीय विधायक भी गठबंधन सरकार का समर्थन कर रहे थे. ज्यादा सीटें मिलने के बावजूद कांग्रेस ने जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया. जिसके बाद से सियासी उथल-पुथल की खबर आती रही है.
कांग्रेस लगातार बीजेपी पर सरकार गिराने का प्रयास करने का आरोप लगा रही है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साध रही है.
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