बेंगलुरुकर्नाटक का किला बचाने के लिए कांग्रेस ने 18 जनवरी को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है. कांग्रेस को शक है कि कुछ विधायक इस्तीफा देकर सरकार गिराने की साजिश में शामिल हो सकते हैं. वहीं राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है और विधायकों को रिसॉर्ट ले जाने की कोई जरूरत नहीं है. इससे पहले सूत्रों से खबर मिली थी कि कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं. कल दो निर्दलीय विधायकों ने कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.


बता दें कि कर्नाटक में सत्तारूढ गठबंधन और बीजेपी एक-दूसरे पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं. वहीं. सत्तारूढ़ गठबंधन की तरफ से बीजेपी विधायकों की खरीद फरोख्त के किसी ‘अभियान’ से इंकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है और वह ‘‘निश्चिंत’’ हैं.


मेरे साथ पर्याप्त संख्याबल है- सीएम कुमारस्वामी


कुमारस्वामी ने कहा. ‘‘मेरे लिए (खरीद फरोख्त के) अभियान की कोई जरूरत नहीं है. दरअसल मेरे साथ पर्याप्त संख्याबल है. सबकुछ नियंत्रण में है. चिंता की बात नहीं है.’’  वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन द्वारा विधायकों को रिझाने के डर से भाजपा विधायक गुरूग्राम में डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा से पूछना चाहते हैं कि उनकी पार्टी के विधायकों को मकर संक्रांति मनाने के लिए ले जाया गया है या किसी अन्य कारण से.


सोमवार को कर्नाटक में उस समय राजनीतिक वाकयुद्ध शुरू हो गया था जब दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था. दो विधायकों एच नागेश (निर्दलीय) और आर शंकर (केपीजेपी) ने मंगलवार को राज्यपाल वाजूभाई वाला को पत्र लिखकर उन्हें गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने के अपने फैसले से अवगत कराया था.


हम किसी को रिसॉर्ट में लेकर नहीं जा रहे- सीएम कुमारस्वामी


मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मीडिया में आई खबरों के विपरीत उनकी पार्टी के विधायकों को किसी रिसॉर्ट में नहीं ले जाया जा रहा है. उन्होंने कहा. ‘‘हम किसी को रिसॉर्ट में लेकर नहीं जा रहे हैं. इसकी कोई जरूरत नहीं है.’’ उन्होंने कहा. ‘‘इसलिए मैं मीडिया से खुद को तथा राज्य की जनता को बेवकूफ नहीं बनाने का अनुरोध करता हूं.’’ कुमारस्वामी ने दोहराया कि कांग्रेस के जो पांच विधायक मुंबई में कथित रूप से बीजेपी के कब्जे में हैं वे उनके संपर्क में हैं. उन्होंने कहा. ‘‘मैं बीते तीन दिन से कह रहा हूं कि वे मेरे संपर्क में हैं. मुझे सारे घटनाक्रम की जानकारी है.’’


यह पूछे जाने पर कि क्या पांच विधायकों से संपर्क किया जा सकता है. उन्होंने कहा. ‘‘हो सकता है कि अन्य उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हों लेकिन मैं उनसे संपर्क कर सकता हूं.’’ कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व को तथ्यों से अवगत कराया है. उनकी सरकार को अस्थिर बताने वाली खबरों पर निशाना साधते हुए कुमारस्वामी ने मीडिया को विश्वसनीयता खोने की चेतावनी दी.


राज्य में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश में बीजेपी- खड़गे


इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर राज्य में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश का आरोप लगाया और कहा कि राज्य की सरकार मजबूत है और उसे कोई खतरा नहीं है. खड़गे ने कहा कि बीजेपी अफवाह फैला रही है कि कांग्रेस के विधायक उसके संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस-जद(एस) सरकार मजबूती के साथ चल रही है और उसे कोई खतरा नहीं है. खड़गे ने सवाल किया कि अगर भाजपा मजबूत है तो उसने अपने विधायकों को गुड़गांव में क्यों रखा हुआ है?


कर्नाटक में सीटों का समीकरण


बता दें कर्नाटक में किसी भी दल के पास पूर्ण बहुमत नहीं है. राज्य की कुल 224 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास 104 विधायक हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 80 और जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं, बसपा,  केपीजेपी और निर्दलीय के एक-एक विधायक हैं. राज्य में कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर अपनी सरकार बनाई थी. बसपा के साथ केपीजेपी और निर्दलीय विधायक भी गठबंधन सरकार का समर्थन कर रहे थे. ज्यादा सीटें मिलने के बावजूद कांग्रेस ने जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाया. जिसके बाद से सियासी उथल-पुथल की खबर आती रही है.


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