नई दिल्लीः कर्नाटक में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में कांटे की टक्कर के बाद कांग्रेस को विपक्षी दल बीजेपी पर कुछ बढ़त हासिल हो गयी है. राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी परिणामों के मुताबिक कांग्रेस को कुल 982 सीटें मिली हैं जबकि विपक्षी दल बीजेपी को 929 सीटें हासिल हुई हैं. कांग्रेस के सहयोगी दल जेडीएस को 375 सीटों पर जीत मिली है. इसके अलावा अन्य दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में 329 सीटें आयी हैं.


गौरतलब है कि स्थानीय निकाय चुनाव त्रिकोणीय रहा है जहां कांग्रेस, उसके सत्तारूढ़ सहयोगी जेडीएस और बीजेपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा हैं हालांकि कांग्रेस और जेडीएस पहले से चुनाव के बाद गठबंधन करने की घोषणा कर चुके हैं. कर्नाटक में तीन शहरी निकायों, 29 नगर पालिकाओं, 52 नगर निगमों और 20 कस्बा पंचायतों के चुनाव हुए हैं. इनकी कुल 2709 सीटों में से अभी तक 2662 सीटों पर परिणाम घोषित हो गया है.


फिलहाल की बात करें तो कांग्रेस और जेडीएस के पास 1357 सीटें हैं जो बीजेपी से काफी ज्यादा हैं. ऐसे में गठबंधन को ज्यादातर निकायों में बीजेपी पर बढ़त हासिल हो जाएगी. इन चुनावों को प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस की लोकप्रियता की पहली परीक्षा माना जा रहा था.


कर्नाटक के स्थानीय निकाय चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस और जेडीएस के करीब आधी सीटों पर जीत हासिल करने के बाद जेडीएस ने कहा कि यह गठबंधन सरकार के काम पर जनता की मुहर है. जेडीएस महासचिव कुंवर दानिश अली ने कहा, ‘दोनों पार्टियां अलग लड़ीं थीं, लेकिन जनता ने अपना पूरा समर्थन दिया है. यह परिणाम गठबंधन सरकार के काम पर जनता की मुहर है.’ उन्होंने कहा कि जिन निगमों में खंडित जनादेश आया है वहां कांग्रेस और जेडीएस हाथ मिलाएंगे.


चुनाव की बड़ी बातें
31 अगस्त को राज्य की 29 नगरपालिकाओं, 53 टाउन नगर पालिकाओं और 23 टाउन पंचायतों के 2633 वार्डो में और तीन नगर निगमों के 135 वार्डो में मतदान हुआ था. निकाय चुनावों के लिए राज्य में 67.5 प्रतिशत मतदाताओं मे मतदान किया गया था. मतदान के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया गया था.


इस चुनाव में कुल 8340 उम्मीदवार मैदान में हैं. शहरी निकाय चुनावों में कांग्रेस के 2306 उम्मीदवार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 2,203 और जनता दल-सेकुलर (जेडी-एस) के 1397 मैदान में हैं जबकि 814 शहर निगमों में चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें कांग्रेस से 135, बीजेपी से 130 और जेडी-एस से 129 उम्मीदवार शामिल हैं.


साल 2013 में 4976 सीटों पर शहरी निकाय चुनाव हुए थे. कांग्रेस ने 1960 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी और जेडी-एस ने दोनों ने 905 सीटें जीती थीं और निर्दलियों ने 1206 सीटें जीती थीं.