बेंगलुरू: कर्नाटक में शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) चुनाव में कांग्रेस बाजी मारती दिख रही है. 2664 सीटों में से 2267 सीटों पर परिणामों की घोषणा की जा चुकी है. सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अब तक 846 सीटों पर जीत दर्ज की है. मुख्य विपक्षी बीजेपी 788 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है. वहीं जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) 307 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है. निर्दलीय ने 277 सीटों पर जीत दर्ज की है.


आपको बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बनने के बाद पहला निकाय चुनाव है. हालांकि दोनों दल निकाय चुनाव में अलग-अलग होकर लड़ रही है. कांग्रेस, बीजेपी और अन्य दलों के नेता जीत के बाद जश्न मना रहे हैं. इस बीच कर्नाटक के तुमकुर में कांग्रेस उम्मीदवार इनायतुल्लाह खान के जीत के जश्न में मौजूद भीड़ पर एसिड अटैक की खबर है. इस हमले में आठ लोग जख्मी हो गए.


चुनावों के नतीजे सियासी पार्टियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि 2019 के चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में वोटों का गिरता या बढ़ता हुआ ग्राफ पार्टियों की आगामी रणनीति की दिशा तय करेगा.





31 अगस्त को राज्य की 29 नगरपालिकाओं, 53 टाउन नगर पालिकाओं और 23 टाउन पंचायतों के 2,633 वार्डो में और तीन नगर निगमों के 135 वार्डो में मतदान हुआ था. निकाय चुनावों के लिए राज्य में 67.5 प्रतिशत मतदाताओं मे मतदान किया गया था. मतदान के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल किया गया था.


इस चुनाव में कुल 8,340 उम्मीदवार मैदान में हैं. शहरी निकाय चुनावों में कांग्रेस के 2,306 उम्मीदवार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 2,203 और जनता दल-सेकुलर (जेडी-एस) के 1,397 मैदान में हैं जबकि 814 शहर निगमों में चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें कांग्रेस से 135, बीजेपी से 130 और जेडी-एस से 129 उम्मीदवार शामिल हैं.


साल 2013 में 4,976 सीटों पर शहरी निकाय चुनाव हुए थे. कांग्रेस ने 1,960 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी और जेडी-एस ने दोनों ने 905 सीटें जीती थीं और निर्दलियों ने 1,206 सीटें जीती थीं.


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