Karnataka Hijab Row: कर्नाटक के कुछ कॉलेजों में क्लासरूम में हिजाब (Hijab) पहनने को लेकर जारी विरोध के बीच, बीजेपी (BJP) की प्रदेश इकाई प्रमुख नलिन कुमार कटील (Nalin Kumar Kateel) ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार ‘तालिबानीकरण’ (Talibanisation) की अनुमति नहीं देगी. उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस तरह की चीजों यानी क्लासरूम में हिजाब पहनने की कोई गुंजाइश नहीं हैं. हमारी सरकार कठोर कार्रवाई करेगी. लोगों को विद्यालय के नियमों का अनुपालन करना होगा. हम तालिबानीकरण की अनुमति नहीं देंगे. कटील ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में धर्म को शामिल करना उचित नहीं है.
कर्नाटक में हिजाब पर सियासत तेज
नलिन कुमार कटील ने आगे कहा कि बच्चों को केवल शिक्षा की जरूरत है. हिजाब या ऐसी किसी चीज की स्कूलों या कॉलेजों में जरूरत नहीं है. स्कूल सरस्वती का मंदिर हैं. छात्र-छात्राओं का काम केवल पढ़ना लिखना और स्कूल के कायदे-कानूनों का पालन करना है. विजयपुरा के बीजेपी विधायक बासनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कहा कि कुछ लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों में हिजाब पहनने की अनुमति मांग रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि अगर एक बार उनकी मांग पूरी कर ली गयी तो वे बाद में बुर्का पहनने देने की अनुमति मांगेंगे और उसके बाद स्कूल के अंदर मस्जिद बनाने की. ये मांगें बढ़ती ही रहेंगी. उनका समर्थन करने वाले वास्तव में देशद्रोही हैं.
हिजाब आंदोलन के पीछे किसकी साजिश?
यतनाल ने आगे कहा कि इस तरह के आंदोलन के पीछे जो लोग हैं उनका पर्दाफाश होना चाहिए. उन्होंने राज्य की शांति भंग करने के लिए कुछ राष्ट्र-विरोधी ताकतों की मिलीभगत का भी संदेह जताया. शैक्षणिक संस्थानों में भगवान गणेश की मूर्ति की पूजा किये जाने को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में यतनाल ने कहा कि यह भारत है और हमारे देश की स्थापना भारतीय संस्कृति के आधार पर हुई है. हम धर्म के आधार पर उन्हें पहले ही पाकिस्तान दे चुके हैं, ताकि वे हिजाब पहन सकें.
राज्य के कुछ हिस्सों में सड़कों पर आज भी बुर्का पहनी महिलाओं ने प्रदर्शन किया. इनमें कांग्रेस की गुलबर्ग उत्तर सीट से विधायक कनीज फातिमा के नेतृत्व में आयोजित विरोध प्रदर्शन भी शामिल हैं. ये महिलाएं क्लासरूम में हिजाब पहनने के अपने अधिकारों की मांग कर रही हैं. फातिमा ने कहा कि वह कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Assembly) में भी यह मामला उठाएंगी.
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