Karnataka Political News: कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मुसीबतें कम होती नहीं दिख रही हैं. अभी लोकसभा चुनाव 2024 में सीटें कम होने का मलाल खत्म भी नहीं हुआ था कि अब प्रदेश में उसके सबसे बड़े नेताओं में से एक बी. एस. येदयुरप्पा पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. किशोरी का यौन शोषण करने के आरोप में सीआईडी ने उन्हें समन भेजा है.


गिरफ्तारी से बचने के लिए बी. एस. येदयुरप्पा ने पूरा जोर लगा रखा है. उन्होंने कर्नाटक हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगा रखी है. दरअसल, येदयुरप्पा को बैंग्लुरु कोर्ट से गैर जमानती वॉरंट जारी है. इससे बचने के लिए उन्होंने जमानत अर्जी दायर की है. अगर ये अर्जी खारिज होती है तो उन्हें जेल जाना पड़ सकता है.


कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा- पॉक्सो एक्ट में करेंगे अरेस्ट


दूसरी तरफ प्रदेश सरकार का कहना है कि उसकी इस मामले पर नजर है. इसमें उचित कार्रवाई की जाएगी. कर्नाटक के गृहमंत्री परमेश्वर ने शुक्रवार (14 जून) को कहा कि यौन उत्पीड़न के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी किया गया है और पुलिस पोस्को मामले में पूछताछ के लिए भाजपा नेता को लाने के लिए तैयार है. "येदियुरप्पा के लिए वारंट जारी किया गया है. पुलिस उन्हें 16 जून को अपने साथ लाएगी और मामले से जुड़ी सभी जानकारी हासिल करेगी. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो पॉक्सो एक्ट में येदयुरप्पा को अरेस्ट किया जाएगा. हालांकि गिरफ्तारी की कार्रवाई सीआईडी की टीम ही करेगी.


क्या है येदयुरप्पा पर आरोप?


रिपोर्ट के मुताबिक, 81 साल के येदयुरप्पा के खिलाफ 14 मार्च 2024 को 17 साल की नाबालिग लड़की की मां ने केस दर्ज कराया था. महिला का आरोप था कि जब वह एक मामले में येदयुरप्पा से मदद मांगने उनके घर पहुंचीं तो उनकी बेटी का यौन शोषण किया गया था.


क्या था येदयुरप्पा का पक्ष?


महिला के आरोपों पर सफाई देते हुए येदयुरप्पा ने ये तो माना कि महिला उनके घर आई थी लेकिन यौन शोषण के आरोपों को उन्होंने नकार दिया. उन्होंने कहा कि वह महिला की मदद करने की कोशिश कर रहे थे. दूसरी तरफ येदयुरप्पा के ऑफिस ने एफआईआर कराने वाली महिला पर सवाल उठाए. ऑफिस का कहना था कि जिस महिला ने ऐसा किया है वह अभी तक 53 लोगों पर केस कर चुकी है.


FIR कराने वाली महिला की मौत के बाद तेज हुई जांच


इस केस में नया ट्विस्ट तब आया जब पिछले महीने शिकायत दर्ज कराने वाली महिला की लंग्स कैंसर से मौत हो गई. द हिंदू की रिपर्ट के मुताबिक महिला को समय रहते इलाज नहीं मिल सका था. उसकी मौत के बाद अब इस केस की जांच सीआईडी ने तेज कर दी है.