DK Shivakumar on Chief Minister Post Buzz: कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में पार्टी के अंदर और बाहर उठ रही आवाजों के बीच कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने अपना पक्ष रखा है. उन्होंने शनिवार (29 जून 2024) को साफ तौर पर कहा कि उन्हें किसी की सिफारिश की जरूरत नहीं है और आलाकमान उनके काम के आधार पर इस बात का फैसला करेगा कि उन्हें सीएम बनाना चिहए या नहीं.
शनिवार को बेंगलुरु में अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने कहा, "उपमुख्यमंत्रियों के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है और मुख्यमंत्री पद पर भी चर्चा का कोई सवाल ही नहीं है. मुंडा (कुमार चंद्रशेखरनाथ स्वामी) ने मेरे लिए प्यार से बात की है. मैं अनुरोध करता हूं कि कोई भी मुझे सीएम बनाने के लिए सिफारिश न करे. पार्टी आलाकमान मेरे काम के आधार पर फैसला करेगा.
'मेरे लिए बात नहीं, सिर्फ प्रार्थना करें'
शिवकुमार ने आगे कहा, "एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मुख्यमंत्री और मैं कर्नाटक के हित में आगे बढ़ने के तरीके पर आलाकमान के साथ आम सहमति पर पहुंचे हैं. सीएम बनाए जाने की मांग उठने पर उन्होंने कहा कि इस मामले पर विधायकों और मंत्रियों को बात करने की कोई जरूरत नहीं है. अगर वे मेरा समर्थन करना चाहते हैं, तो उन्हें मेरे लिए प्रार्थना करनी चाहिए और यह बात यहीं खत्म हो जानी चाहिए."
'सीएम और डिप्टी सीएम जैसे पदों के लिए मीडिया से न करें बात'
शिवकुमार ने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं नहीं चाहता कि कोई भी मंत्री उपमुख्यमंत्री पद या मुख्यमंत्री पद के मामलों पर मीडिया से बात करे. अगर वे सार्वजनिक बयान जारी करते रहेंगे, तो मैं उन्हें AICC से नोटिस जारी करने के अलावा कुछ नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि अनुशासन पार्टी के लिए बहुत जरूरी है और इसके बिना कुछ भी नहीं है. हम जानते हैं कि पार्टी को सत्ता में लाने के लिए हमने कितनी मेहनत की है. पार्टी के हित में, मैं सभी से कह रहा हूं कि चुप रहना पार्टी के लिए एक सेवा होगी. मैं धार्मिक पुजारियों से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि वे राजनीति में हस्तक्षेप न करें.
'कर्नाटक के हित में सहयोग का मिला आश्वासन'
नई दिल्ली में सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कहा, "हमने अपने सभी सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात की. सभी ने राजनीतिक मतभेदों को अलग रखा और कर्नाटक के हित में सहयोग का आश्वासन दिया." उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ दो घंटे से अधिक समय तक बैठक चली और उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार की तरफ से कर्नाटक के लिए उनकी प्रतिबद्धताएं पूरी की जाएंगी.
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