नई दिल्ली: कर्नाटक में जैसे ही बीएस येदुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली वैसे ही ट्विटर पर ट्वीट की बाढ़ आ गई. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे लोकतंत्र की हार बताया तो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस और जेडीएस को अवसरवादी कहकर निशाना साध दिया. बता दें कि येदुरप्पा ने सीएम पद की शपथ तो ले ली है, लेकिन उनकों 15 दिनों के अंदर बहुमत साबित करने होगा. बीजेपी के पास 104 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 112 है.

राहुल ने क्या कहा है?

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘’बीजेपी स्पष्ट बहुमत न होने के बावजूद कर्नाटक में सरकार बनाने पर अड़ी है. यह संविधान के साथ मजाक है. आज जब भाजपा अपनी 'पवित्र' जीत का जश्न मना रही है, तब दूसरी तरफ भारत लोकतंत्र की हार पर शोक मनाएगा.''



अमित शाह का राहुल गांधी पर पलटवार

राहुल गांधी के इस ट्वीट पर अमित शाह ने निशाना साधा और कहा, ‘’लोकतंत्र की हत्या उस वक्त हो गई जब कांग्रेस ने जेडीएस के साथ अवसरवादी गठजोड़ किया. कर्नाटक के हितों के लिए नहीं बल्कि अपने राजनीतिक फायदे के लिए.’’ शाह ने आगे कहा, ‘’कर्नाटक में बीजेपी को जनादेश मिला है. कांग्रेस को 78 सीटें मिले उसके सीएम भी बड़े अंतर से हार गए. जेडीएस 37 सीटों पर सिमट गई उसके कई उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई.’’





धरने पर बैठे कांग्रेस नेता

कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता बैंगलूरु विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की मूर्ति के नीचे धरने पर बैठ गए हैं. धरना प्रदर्शन करने वाले नेताओं में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाब नबी आजाद, अशोक गहलोत मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और सिद्धारमैया भी मौजूद हैं. इस दौरान सिद्धारमैया ने कहा कि हम लोगों के पास जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि किस तरह बीजेपी संविधान का अपमान कर रही है. कांग्रेस ने आज के दिन को काला दिन और लोकतंत्र की हत्या बताया है.

कर्नाटक में जनता ने किसे क्या दिया?

कर्नाटक में जनता ने किसी को बहुमत नहीं दिया. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी साबित हुई, बीजेपी के खाते में 104 सीटें आईं, 2013 के मुकाबले बीजेपी के हिस्से 64 सीटें ज्यादा आईं. वहीं कुर्सी बचाने के लिए मैदान में उतरी कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ा. कांग्रेस को सिर्फ 78 सीटें जो पिछले चुनाव से 44 कम हैं. एचडी कुमारस्वामी की पार्टी जेडीएस को भी दो सीट का नुकसान हुआ और वो 40 से 38 पर आ गई. अन्य के खाते में भी दो सीटें आई हैं. आपको बता दें साल 2013 में कर्नाटक में निर्दलीय विधायकों की संख्या 22 थी.