कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव के बीच FIR: JDS पर कांग्रेस के MLAs को धमकाने का आरोप
Rajya Sabha Polls: एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस नेताओं ने विधायकों को बार-बार लालच और धमकी दी थी, जबकि मामला कुपेंद्र रेड्डी और सहयोगियों पर दर्ज किया गया.
Karnataka Rajya Sabha Polls: कर्नाटक की 4 राज्यसभा सीटों के लिए मंगलवार (27 फरवरी) को चुनाव से पहले कांग्रेस और जेडी(एस) के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी खूब चला. पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि जेडी(एस) नेता डी कुपेंद्र रेड्डी और उनके सहयोगियों के खिलाफ विधानसभा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जेडी(एस) पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस विधायकों को 'धमकी' दी गई थी. इस सबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की पुष्टि भी सीएम सिद्धारमैया की ओर से की गई.
'कांग्रेस ने विधायकों को दिया लालच'
कुमारस्वामी ने पत्रकारों के समक्ष इस बात को पुरजोर तरीके से रखा कि कांग्रेस नेताओं ने विधायकों को बार-बार लालच दिया और उनको धमकी भी दी जबकि मामला कुपेंद्र रेड्डी और उनके सहयोगियों के खिलाफ दर्ज किया गया. कुमारस्वामी ने इस बात को जोर शोर से कहा कि शिकायतकर्ता एमएलए ने यह नहीं कहा कि उनको कोई लालच दिया गया था. उन्होंने यह जरूर कहा कि कुछ अन्य विधायकों से जरूर 'संपर्क' साधा गया था.
'किसी तरह का प्रभोलन नहीं दिया'
जेडी (एस) के स्टेट चीफ की ओर से यह दावा भी किया गया कि "कर्नाटक सर्वोदय पक्ष पार्टी के मेलुकोटे विधायक दर्शन पुत्तनैया ने भी कहा कि यह सही है कि उनका वोट मांगा गया था लेकिन किसी ने उनको किसी तरह का लालच या प्रभोलन नहीं दिया.
कुमारस्वामी ने यह भी कहा कि बीजेपी और जेडी(एस) ने तय किया था कि पहले 19 जेडी (एस) विधायकों के वोटों के बाद बीजेपी के अतिरिक्त वोट कुपेंद्र रेड्डी (Kupendra Reddy) को पड़ेंगे. सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि कुपेंद्र रेड्डी को चुनाव में जीताने के लिए जेडीएस ने कथित तौर पर कांग्रेस विधायकों को लुभाने का प्रयास किया.
'पर्याप्त वोट नहीं होने पर चुनाव में क्यों उतारा उम्मीदवार?'
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की ओर से एक पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर भी शेयर किया गया. उन्होंने कहा, ''जेडी(एस) प्रत्याशी को जीतने के लिए 45 वोट चाहिए. क्या उनके पास इतने वोट हैं? जबकि उनके पास पर्याप्त वोट नहीं हैं, बावजूद इसके चुनाव में उम्मीदवार खड़ा किया गया है और हमारे विधायकों को लालच दिया जा रहा है. क्या उनके पास अंतरात्मा है?
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