Karnataka Reservation: कर्नाटक में वोक्कालिगाओं और लिंगायत को मिलेगा और आरक्षण, चुनाव से पहले बोम्मई सरकार ने लिया ये फैसला
Karnataka Reservation: कर्नाटक सरकार ने अन्य पिछड़ी जातियों के आरक्षण को लेकर फैसला लिया है. राज्य में लिंगायत संप्रदाय के पंचमसालियों और वोक्कालिगाओं 2ए श्रेणी में शामिल करने की मांग कर रहे.
Karnataka Reservation: कर्नाटक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बोम्मई कैबिनेट ने गुरुवार (29 दिसंबर) को अन्य पिछड़ी जातियों की 3ए और 3बी कैटगरी को खत्म करने और उनकी जगह नई शुरू की गई 2सी और 2डी कैटगरी में लाने का फैसला किया.
उच्च जाति के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग जैसे ब्राह्मण, वैश्य और जैन को नए गठित 2सी और 2डी श्रेणियों में शामिल किया जाएगा. यह फैसला कर्नाटक के दो प्रमुख समुदायों - लिंगायत संप्रदाय के पंचमसालियों और वोक्कालिगाओं (Lingayat, Vokkaliga communities) के उन्हें 2ए श्रेणी में शामिल करने की मांग के बीच आया है क्योंकि वहां बहुत से लोग घोर गरीबी में रह रहे थे.
कर्नाटक के कानून और संसदीय कार्य मंत्री जे.सी. मधुस्वामी ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद बताया कि हम केवल दो श्रेणियां बना रहे हैं - एक एससी/एसटी (SC/ST) है और दूसरा 'दो' है. हम 2ए और 2बी में आरक्षण या इसमें लोगों की संख्या नहीं बदल रहे हैं, हम 2सी और 2डी बना रहे हैं.
कर्नाटक सरकार ने क्या कहा?
मंत्री जे.सी. मधुस्वामी ने बताया कि 2सी और 2डी उन लोगों को समायोजित किया जाएगा जो 3ए और 3बी श्रेणियों में थे. मधुस्वामी ने कहा कि जो लोग 3ए में थे जैसे कि वोक्कालिगा और अन्य अब 2सी में होंगे और 3बी श्रेणी में शामिल लिंगायत और अन्य, 2डी श्रेणी में होंगे. उन्होंने बताया कि 2सी और 2डी श्रेणी के लोग 3ए और 3बी श्रेणियों के तहत दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ उठाते रहेंगे.
'आरक्षण में नहीं होगी छेड़छाड़'
मंत्री जे.सी. मधुस्वामी ने यह भी स्पष्ट किया कि 2ए और 2बी को छुआ नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि उनके शिक्षा, रोजगार या राजनीतिक आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. उनके अनुसार, राज्य सरकार ने कर्नाटक राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिशों के आधार पर 3ए और 3बी श्रेणियों को खत्म करने का फैसला किया.
ये भी पढ़ें: ‘मराठी भाषी लोगों के खिलाफ अन्याय को रोकने के लिए कुछ भी करेंगे’, सीमा विवाद पर सीएम शिंदे