नई दिल्ली: भारतीय संस्कृति में जूठन छोड़ना पाप माना गया है. साथ ही देश में कई लोग ऐसे हैं जो बेहद गरीब हैं और दो वक्त का खाना भी नहीं खा पाते हैं.. ऐसी स्थिति में भारत जैसे देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण है अन्न उपजाना और साथ ही अन्न का बर्बादी न करना. हालांकि हम लोग कई बार अधिक खाना ले लेते हैं और जब पेट भर जाता है तो उसे छोड़ देते हैं.


शादियों, उत्सवों या त्योहारों में भी भोजन की काफी बर्बादी होती है. ऐसे में खाना बचाने के हर कदम की सराहना होनी चाहिए. कर्नाटक के कूर्ग की खूबसूरत पहाड़ियों में एक ऐसा ही रिसॉर्ट है, जिसने खाने की बर्बादी को रोकने के लिए एक अनूठा कदम उठाया है.

रिसॉर्ट का नाम इबनी स्पा एंड रिसॉर्ट है. यहां अगर कोई अपनी थाली में खाना छोड़ता है, तो उसे बर्बाद खाने का भुगतान करना पड़ता है.


यहां के नियम के मुताबिक प्रति 10 ग्राम खाने की बर्बाद करने पर 100 रुपये जुर्माना लगाया जाता है. सबसे खास बात यह हा कि जुर्माने से वसूले गए राशि का पैसा NGO को जाता है. NGO अनाथ बच्चों के लिए खाने का इंतजाम इन्हीं पैसों से करता है.


करीब छह महीने पहले यह फैसला लिया गया, जो कि काफी सफल हो रहा है.अच्छी बात यह है कि मेहमान भी इस फैसले की आलोचना करने के बजाय तारीफ कर रहे हैं.