मदिकेरी: कर्नाटक में आई बाढ़ के बाद मानवता की मिसाल कायम करने वाली कुछ अद्भुत ख़बरें सामने आई हैं. ऐसी ही एक ख़बर है कुसुमा नाम की लड़की की शादी में महज़ तीन दिन बचे थे. लेकिन बाढ़ के प्रलय में वो गहने और पैसे बह गए जो परिवार वालों ने बेटी की शादी के लिए संभाल कर रखे थे. हट्टी होल गांव के लोगों को जब ये पता चला तब उन्होंने लड़की के लापता गहनों को खोजने के लिए बाढ़ के बाद जमी मिट्टी की परत को खोदना शुरू किया और इस प्रयास में उन्हें अंत में जीत मिली.
लैंडस्लाइड में बही आलमारी
कुसुमा के पिता उमेश शेट्टी ने बेटी की शादी के लिए गहने और कैश को बचाकर रखा था. लेकिन उन्हें शायद ही पता होगा कि बाढ़ की मार उनसे उनकी बेटी की शादी का सामान छीन ले जाएगा. बाढ़ के दौरान हुए लैंडस्लाइड में घर के साथ वो आलमारी बह गई जिसमें कुसुमा के गहने रखे थे. शादी के पहले गांव वालों ने अपनी एड़ी चोटी का ज़ोर लगाकर आलमारी ढूंढ निकाली.
फिर से लैंडस्लाइड के बीच जारी रही खुदाई
गांव वाले पूरे दिन उस इलाके को खोदते रहे जहां लैंडस्लाइड के पहले शेट्टी का घर हुआ करता था. बाढ़ के बाद की स्थिति ऐसी थी कि वहां पहुंचने के लिए किसी साधन का सहारा लेना नामुमकिन था. ऐसे में गांव वाले जैसे तैसे वहां पहुंचकर जो मिला उसी से मिट्टी की खुदाई करने लगे. खुदाई इस डर के बावजूद जारी रही कि वहां फिर से लैंडस्लाइड हो सकती है.
शेट्टी को था बिना गहनों के बेटी की शादी का डर
आपको बता दें कि कुसुमा के पिता कॉफी प्लांटेशन के क्षेत्र में मज़दूरी का काम करते हैं. 16 अगस्त को लैंडस्लाइड में घर खोने वाले शेट्टी की बेटी की शादी 26 अगस्त को होनी है. ऐसे में उन्हें ये डर सता रहा था कि उनकी बेटी की शादी उन गहनों को पहने बगैर हो जाएगी जो शेट्टी ने अपनी मेहनत की कमाई से बनवाए थे.
दूल्हे ने किया था बिना गहनों के तय तारीख पर शादी का वादा
हालांकि, कुसुमा के होने वाले दूल्हे ने इस बात का वादा किया कि गहनों के होने या नहीं होने से शादी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और शादी तय तारीख़ पर होगी. लेकिन शेट्टी और उनकी पत्नी सुगुना लगातार इस बात पर ज़ोर देते रहे कि गहनों की तलाश की जाए.
कुल भी साथ लेकर नहीं निकले थे शेट्टी
आपको बता दें कि जैसे ही शेट्टी को अपने इलाके में संभावित लैंडस्लाइड की ख़बर मिली थी, वैसे ही वो अपने परिवार के साथ रिश्तेदार के यहां चले गए थे. जिस रिश्तेदार के यहां वो ठहरे थे उन्होंने जानकारी दी कि जब शेट्टी को बारिश के बाद लैंडस्लाइड का अंदेशा हुआ तो वो परिवार के साथ उनके यहां के लिए निकल गए. इस बीच उन्हें इस बात की ना तो सुध रही और ना ही समय मिला की वो घर से गहने या आम ज़रूरत का सामान साथ लेकर निकल सकें.
लोकल एमएलए ने की मदद
सुबह शुरू हुई खुदाई का काम शाम के वक्त तक चलता रहा. वहीं, वहां के लोकल एमएलए ने अचानक से मदद भेजकर लोगों को सुखद आश्चर्य दिया. लोकल एमएलए आपच्चु राजन ने खुदाई के लिए एक जेसीबी मशीन भेज दी. मशीन उस रास्ते के सहारे आई जिसे अस्थायी तौर पर जल्दी-जल्दी में बनाया गया.
गहने मिले पर पैसे गायब
लड़की के पिता ने खुद जानकारी देते हुए बताया कि शाम के वक्त जेसीबी मशीन ने आलमारी ढूंढ निकाली. आलमारी के निकलने के बाद शेट्टी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हालांकि, उन्हें गहने तो मिल गए लेकिन कैश अभी भी गायब है. वहीं, राहत की बात ये है कि उनकी बेटी अब वो गहने पहनकर शादी करेगी जो उन्होंने बड़ी मेहनत से इसी मौके के लिए बनवाए थे.
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