नई दिल्ली: भारत ने आज करतारपुर कॉरिडोर के जरिए गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के उद्घाटन में जाने वाले 575 तीर्थ यात्रियों की सूची पाकिस्तान के साथ साझा की है. सूत्रों के मुताबिक इस लिस्ट में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, हरसिमरत कौर बादल, पंजाब के मुख्यमंत्री सीएम अमरिंदर सिंह और पंजाब के सांसदों, विधायकों और अन्य लोगों के नाम शामिल हैं.


बता दें कि भारत और पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर को लेकर एक समझौते पर साइन कर लिया है. 10 नवंबर को ये कॉरिडोर खुल जाएगा. समझौते के तहत करतारपुर की यात्रा के लिए वीजा की जरुरत नहीं होगी. हालांकि श्रद्धालुओं के पास पासपोर्ट होना जरूरी है. हर दिन करीब पांच हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे.





ये कॉरिडोर सुबह से शाम तक खुला रहेगा. सुबह में कॉरिडोर में जाने वाले श्रद्धालुओं को उसी दिन शाम तक लौट आना होगा. ये कॉरिडोर पूरे साल खुला रहेगा. अगर कभी इसे बंद किया जाएगा तो इसकी जानकारी पहले ही दे दी जाएगी. जो भी यात्री करतारपुर कॉरिडोर में जाना चाहेगा उसकी सूची भारत पाकिस्तान को 10 दिन पहले ही सौंपेगा. इसके बाद यात्रा की तारीख के चार दिन पहले पाकिस्तान यात्रियों का पुष्टिकरण करेगा.


1 नवंबर से बदल जाएंगे ये नियम, SBI ग्राहकों को लगेगा झटका


दर्शन के लिए देना होगा चार्ज


जो तीर्थयात्री करतारपुर कॉरिडोर में दर्शन करने के लिए जाएगा उसे 20 अमेरिकी डॉलर देने होंगे. यानी दर्शन के लिए करीब 1420 रुपये देने होंगे. भारत, पाकिस्तान के इस फैसले के विरोध में है. पाकिस्तान ने साफ किया है कि वह इस चार्ज को नहीं हटाएगा. पैसे नहीं देने की सूरत में दर्शन की इजाजत नहीं होगी. केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादलने कहा कि करतारपुर साहिब जाने वाले सिख श्रद्धालुओं का खर्चा पंजाब सरकार उठाए. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सिख यात्रियों का खर्च उठाने का वायदा किया है.


कौन हैं जस्टिस एस ए बोबडे जो बनेंगे SC के अगले मुख्य न्यायाधीश, किन फैसलों में निभाई है महत्वपूर्ण भूमिका


पाकिस्तान को होगी इतनी कमाई


करतारपुर कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान को सालाना तीन करोड़ 65 लाख डॉलर रुपये का अनुमान है. तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क के रूप में पाकिस्तान को सालाना 259 करोड़ रुपये (भारतीय मुद्रा) मिलेंगे. ये पाकिस्तान के लिए विदेशी मुद्रा का अन्य स्रोत होगा.


यह भी देखें