Kartarpur Corridor: पूरे इंतजाम के साथ कल से खुलेगा करतारपुर गलियारा, यात्रा के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट ज़रूरी
Kartarpur Corridor Reopen: बुधवार को तीर्थयात्रियों का पहला जत्था गुरुद्वारे के दर्शन करेगा. यात्रा के लिए RT-PCR रिपोर्ट, वैक्सीन सर्टिफिकेट ज़रूरी किया गया है.
Kartarpur Corridor Reopen: पाकिस्तान में स्थित सिखों के सबसे पूजनीय तीर्थस्थलों तक जाने के लिए करतारपुर साहिब गलियारे को बुधवार से दोबारा खोला जाएगा. कल पहला जत्था गुरुद्वारे के दर्शन करेगा. वही पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि यात्रा के लिए इंतज़ाम पूरे किए गए हैं. करतारपुर गलियारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के अंतिम विश्राम स्थल गुरुद्वारा दरबार साहिब, पाकिस्तान को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ता है.
यात्रा के लिए वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट
कोविड-19 के प्रकोप के बाद मार्च 2020 से रुकी हुई तीर्थयात्रा को फिर से शुरू करने की घोषणा गुरु नानक देव की जयंती से तीन दिन पहले की गई. कोरोना को देखते हुए यात्रा के लिए कई गाइडलाइंस का पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है. यात्रा के लिए RT-PCR रिपोर्ट, वैक्सीन सर्टिफिकेट ज़रूरी किया गया है. सभी श्रद्धालुओं का टेम्परेचर चेक होगा, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को ज़रूरी बनाया गया है. गुरुद्वारे परिसर में सैनिटाइजेशन (Sanitization) टनल लगाई गई. गुरुद्वारे पर RT-PCR करना ज़रूरी नहीं होगा. वही कोरोना के लक्षण वाले यात्रियों को आइसोलेट (isolate) किया जाएगा.
गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह फैसला गुरु नानक देव जी और सिख समुदाय के प्रति नरेन्द्र मोदी सरकार की अपार श्रद्धा को दर्शाता है. गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्र 19 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव मनाने की तैयारी कर रहा है और उन्हें विश्वास है कि यह कदम देश भर में खुशी और उत्साह को और बढ़ाएगा. पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया और कहा कि राज्य मंत्रिमंडल उस जत्थे का हिस्सा होगा जो 18 नवंबर को पाकिस्तान में गुरुद्वारे का दौरा करेगा.
भारत ने 24 अक्टूबर, 2019 को पाकिस्तान के साथ करतारपुर गलियारा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. समझौते के तहत, सभी धर्मों के भारतीय तीर्थयात्रियों को 4.5 किलोमीटर लंबे मार्ग के माध्यम से साल भर वीजा मुक्त यात्रा करने की अनुमति दी गई थी. नवंबर 2019 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस गलियारे का उद्घाटन किया था.