पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से आज पूछताछ करेगी CBI
काम कराने के बदले तथाकथित तौर पर घूस लिए जाने के इस मामले में सीबीआई कार्ति चिदबंरम से सिलसिलेवार तरीके से पूरा मामला जानना चाहती है और इसके लिए सीबीआई ने दस्तावेजों की तह में जाकर सवालो की सूची तैयार की है. कार्ति से सीबीआई दो चरणों में पूछताछ करेगी.
नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम से सीबीआई आज पूछताछ करेगी. उनसे ये पूछताछ पीटर और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी आईएनएक्स मीडिया से जुड़े मामले में की जाएगी. अब तक की जांच के आधार पर सीबीआई ने पांच दर्जन सवालों की लंबी फेहरिस्त तैयार की है. इस जांच की आंच पी चिदंबरम तक भी पहुंच सकती है, क्योंकि विदेशी निवेश की अनुमति उनके कार्यकाल में ही दी गई थी.
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पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सीबीआई के सवालों के जवाब देने के लिए सीबीआई मुख्यालय में पेश होंगे. कार्ति अपने साथ एक वकील भी सीबीआई मुख्यालय ले जा सकते हैं, लेकिन वकील उनके साथ उस कक्ष में नहीं रहेंगे जहां सीबीआई पूछताछ करेगी.
काम कराने के बदले तथाकथित तौर पर घूस लेने का आऱोप
काम कराने के बदले तथाकथित तौर पर घूस लिए जाने के इस मामले में सीबीआई कार्ति चिदबंरम से सिलसिलेवार तरीके से पूरा मामला जानना चाहती है और इसके लिए सीबीआई ने दस्तावेजों की तह में जाकर सवालो की सूची तैयार की है. कार्ति से सीबीआई दो चरणों में पूछताछ करेगी.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, कार्ति चिदंबरम से पूछा जायेगा कि-
- आईएनएक्स मीडिया की तरफ से उनसे किसने संपर्क किया था ?
- क्या वो पीटर-इंद्राणी मुखर्जी को जानते हैं ? अगर हां, तो कैसे ?
- उनकी कंपनी को आईएनएक्स मीडिया ने किस काम के बदले पैसे दिए थे ?
- उनकी कंपनी ने ऐसी कौन सी सलाह दी थी जिसके बदले करोड़ों का भुगतान हुआ ?
- वो कितनी कंपनियों में कब से डायरेक्टर हैं ?
- कितनी कंपनियों में अघोषित तौर पर साझीदार हैं ?
- चेस मैनेजमेंट सर्विस कंपनी से उनका क्या रिश्ता है ?
- वो एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग के डायरेक्टर कब से हैं ?
- आयकर विभाग को गुमराह करने की सलाह किसने दी थी ?
- वित्त मंत्रालय में उनकी कंपनी की तरफ से कौन जाता था ?
सूत्रों के मुताबिक, कार्ति चिदंबरम से पूछताछ के बाद सीबीआई तय करेगी कि वित्त मंत्रालय के किन बड़े अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाना है. साथ ही कार्ति के जवाब उनके साथ साथ उनके पिता पी चिदंबरम के गले की हड्डी भी बन सकते हैं, क्योंकि आरोप है कि वित्त मंत्री के तौर पर पी चिदबंरम ने ही दोनों बार प्राइवेट कंपनी को विदेशी निवेश की अनुमति दी थी.