नई दिल्ली: कारवार में नौसैनिकों को संबोधित करते हुए का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि निकट भविष्य में भारतीय नौसेना दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी नौसेना बनेगी. उन्होनें ये भी कहा कि प्रोजेक्ट शिपबर्ड के पूरा होने पर कारवार एशिया का सबसे बड़ा और उत्कृष्ट नेवल बेस बन जाएगा.


बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कश्मीर के नेताओं से हो रही अहम मीटिंग से ठीक पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय कारवार और कोच्चि के दौरे के लिए निकले. इस दौरान रक्षा मंत्री नौसेना से जुड़े अहम प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की, जिसमें मेरीटाइम थियेटर कमांड और स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर शामिल हैं.


रक्षा मंत्री ने गुरूवार की सुबह राजधानी दिल्ली से सीधे नौसेना के गोवा स्थित आईएनएस हंस बेस पर लैंड किया और फिर वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए कर्नाटक के अहम सामरिक बेस, कारवार पहुंचें. कारवार में भारतीय नौसेना का महत्वकांक्षी 'प्रोजेक्ट शिपबर्ड' का कार्य चल रहा है. इसके तहत 25-30 युद्धपोतों और पनडुब्बियों के एंकर करने वाला बंदरगाह तैयार किया जा रहा है.


कारवार में ही नौसेना की एकीकृत मेरीटाइम थियेटर कमांड का मुख्यालय स्थापित किया जाने का प्लान है. इस कमांड के अंतर्गत नौसेना और कोस्टगार्ड के सभी कमांड, युद्धपोत, पनडुब्बी और एयरक्राफ्ट्स होंगे. मेरीटाइम थियेटर कमान के कमांडर का ऑफिस भी कारवार में ही होगा.


कारवार के बाद रक्षा मंत्री ने नौसेना की कोच्चि (केरल) स्थित दक्षिणी कमान का दौरा किया. इस दौरान कोच्चि शिपयार्ड द्वारा तैयार किया जा रहा स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर (विमान-वाहक युद्धपोत), आईएनएस विक्रांत का निर्माण किया जा रहा है. इसका निर्माण कई साल पिछे चल रहा है. हालांकि जल्द ही इसके सी-ट्रायल यानि समंदर में ट्रायल शुरू होने की संभावना है. शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली वापस लौटेंगे


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