नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई हिंसा का चेहरा बने चंदन को इंसाफ दिलाने के लिए उनकी मां और बहन तिंरगा लेकर धरने पर बैठ गए.  बता दें कि 20 साल के लड़के चंदन की 26 जनवरी को गोली लगने से मौत हो गई थी.

तिंरगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में चंदन की मौत को लेकर  बहन का आरोप है कि उसके भाई को हिंदुस्तान जिंदाबाद बोलने की वजह से मार दिया गया.

मामले में पुलिस ने तस्वीर जारी कर बताया कि 20 नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी, जिनमें से 6 को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन सवाल है कि  चंदन की हत्या के 3 दिन बाद भी पुलिस उन्हें क्यों नहीं पकड़ पाई?

मामले की गंभीरता देख राजनेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.

पूर्व सीएम अखिलेश यादव का ट्वीट


योगी सरकार ने चंदन के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा देने का एलान किया है. वहीं  चंदन के पिता ने सारकार से एक और मांग की है.

पिता की मांग, बेटे को दिया जाए शहीद का दर्जा

कासगंज हिंसा में अपनी जान गवाने वाले चंदनव के पिता की मांग है कि उनके बेटे को शहीद का दर्जा दिया जाए.

वहीं दूसरी ओर 26 जनवरी को हुई हिंसा में 31 साल के अकरम की आंख चली गई, हिंसा वाले दिन अकरम लखीपुर खीरी से अलीगढ़ जा रहे अकरम कासगंज में पथराव की चपेट में आ गए थे. अकरम के मामले में 50 से 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई, पुलिस का कहना है कि कार्रवाई चल रही है.