Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के कासगंज में अल्ताफ नाम के एक व्यक्ति की पुलिस द्वारा पीटे जाने के कारण मौत हो गई है. इस मामले में कहा गया है कि वह तनाव में था, इसलिए फांसी लगाकर जान दे दी. हालांकि उसके परिजन ने पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई को मौत की वजह बताया है. फिलहाल इस मामले में अल्ताफ की मां का बयान सामने आया है. अल्ताफ की मां शबनम का कहना है कि पुलिस ने उसके बेटे की हत्या की है. 


बता दें कि अल्ताफ घरों में टाइल्स लगाने का काम करता था. उसकी मां ने कहा,"मेरे बेटे का कभी पुलिस से वास्ता नहीं पड़ा. जिस घर से लड़की गायब है उसने कई महीने पहले उस घर में टाइल्स लगाया था. इसके बाद कभी उधर नहीं जाना हुआ. अचानक पुलिस उसे घर पूछताछ के लिए ले गई. अल्ताफ खुदकुशी नहीं कर सकता है, उसकी हत्या हुई है. अल्ताफ के पिता अनपढ़ हैं और उनसे बच्चे का शव देने के नाम पर अंगूठा लगवा लिया गया."


दूसरी तरफ ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मांग कि है कि आरोपी पुलिसकर्मियों की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए और अल्ताफ के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये यूपी में पुलिस अत्याचार की महामारी है.


 






क्या है पूरा मामला 


दरअसल उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद में एक नाबालिग लड़की को भगाने के आरोप में पूछताछ के लिए लाए गए 22 साल के लड़के अल्ताफ की कासगंज कोतवाली की हवालात में मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि, अल्ताफ ने टॉयलेट जाने के बाद हवालात की टॉयलेट में ही जैकेट के हुड्ड के नाड़े से फांसी लगा ली. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए SP कासगंज ने कोतवाली इंस्पेक्टर कासगंज सहित दो सब इंस्पेक्टरों एक हेड मोहर्रिर और एक सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.


इस मामले में कासगंज के एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि हवालात में बंद आरोपी टॉयलेट गया था. जब बहुत देर तक बाहर नहीं निकला तो देखा गया कि उसने अपनी जैकेट के हुड्ड के नाड़े से फांसी लगा ली. आनन फानन में उसे कासगंज जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां 20 मिनट बाद उसने दम तोड़ दिया. 


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