Kashi Vishwanath Corridor: पीएम मोदी के कार्यक्रम से लेकर काशी विश्वनाथ धाम में क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं, जानें सब कुछ
Kashi Vishwanath Corridor: पीएम मोदी क्रूज के जरिए घाट पर पहुंचेंगे, कलश में गंगाजल भरेंगे और फिर उसी जल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. जानिए पूरा कार्यक्रम.
Kashi Vishwanath Corridor: काशी में बाबा विश्वनाथ के दरबार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जो संकल्प लिया था, आज वो पूरा हो रहा है. आज पीएम मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकार्पण करने उत्तर प्रदेश की नगरी और अपने संसदीय क्षेत्र बनारस (Varanasi) पहुंच रहे हैं. पीएम मोदी क्रूज के जरिए घाट पर पहुंचेंगे, कलश में गंगाजल भरेंगे और फिर उसी जल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का हर एक हिस्सा सज-धजकर पूरी तरह तैयार है.
शिव के रंग में रंगी नजर आई काशी
इस बेहद खास कार्यक्रम के लिए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर ही नहीं, बल्कि पूरे बनारस में विशेष इंतजाम किए गए हैं. पीएम मोदी के आने से पहले ही काशी शिव के रंग में रंगी नजर आई. इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ खिड़किया घाट पहुंचे. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के लिए बन रहे हेलिपैड, सीएनजी पेट्रोल पंप सहित और दूसरे निर्माण कार्यों का जायजा लिया. योगी आदित्यनाथ और जेपी नड्डा ने अपने परिवार सहित काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की.
पीएम मोदी का कार्यक्रम जानिए
- काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन का मुहूर्त दोपहर 1 बजे से 1.30 बजे के बीच का है.
- क्रूज पर सवार होकर पीएम मोदी काशी विश्वनाथ धाम पहुंचेंगे.
- पीएम मोदी मंदिर परिसर में करीब डेढ़ घंटे का वक्त बिताएंगे.
- लोकार्पण पर 27 हजार शिव मंदिरों में पूजा अर्चना होगी.
- शाम को क्रूज पर सवार होकर दशाश्वमेध घाट की आरती देखेंगे.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की अहम बातें
लागत 339 करोड़ (पहला चरण)
मजदूर 2000 (हर रोज)
इलाका 5 लाख वर्गफीट
अधिग्रहण 400 इमारतें
समय 2 साल 9 महीने
काशी विश्वनाथ धाम में क्या-क्या है?
- 27 मंदिर
- 4 द्वार
- 320 मीटर लंबी सड़क
- 70 फूल की दुकानें
- परफॉर्मेंस स्पेस
- हेरिटेज लाइब्रेरी
- मल्टीपर्पस हॉल
- वाराणसी गैलरी
- यात्री सुविधा केंद्र
- व्यूईंग गैलरी-प्रोजेक्ट म्यूजियम
- मंदिर चौक
- मंदिर परिसर