(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'द कश्मीर फाइल्स' विवाद के बीच शशि थरूर का सरकार पर तंज, जानिए कश्मीरी पंडितों को लेकर क्या कहा
कांग्रेस नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने कश्मीरी पंडितों पर एक फेसबुक पोस्ट साझा किया है. उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को बहुत नुकसान हुआ. नफरत बांटती और मारती है.
फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच विवाद जारी है. इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को कश्मीरी पंडितों पर एक फेसबुक पोस्ट साझा किया है. उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को बहुत नुकसान हुआ लेकिन कश्मीरी मुसलमानों को दानव बताने से पंडितों को भी कोई मदद नहीं मिलने वाली है. शशि थरूर ने कहा कि नफरत बांटती और मारती है. कश्मीरियों को न्याय चाहिए. फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स को लेकर थरूर की टिप्पणी ऐसे वाक्त में आई है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कई नेताओं की ओर से फिल्म को लेकर तारीफ की गई है. वहीं कांग्रेस फिल्म को प्रोपेगेंडा की राजनीति बताते हुए लगातार हमला बोल रही है.
कश्मीरी पंडितों को काफी नुकसान हुआ- थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, '' कश्मीरी पंडितों को काफी नुकसान हुआ लेकिन कश्मीर मुसलमानों को खलनायक की तरह पेश करने से भी पंडितों को कोई मदद नहीं वाली है. नफरत बांटती है और मारती है. कश्मीरियों को न्याय चाहिए. सभी को सुनने और उसकी मदद करने की जरुरत है.''
This post largely has it right: Kashmiri Pandits suffered terribly. We must stand up for their rights. But demonising Kashmiri Muslims doesn't help the Pandits either. Hatred divides & kills. Kashmiris need justice. All need to be heard, helped & healed.https://t.co/iui4BX7IcJ
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 19, 2022
कश्मीर फाइल्स नफरत को उकसाती है- जयराम रमेश
इससे पहले कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को फिल्म की आलोचना की थी और कहा था कि ये फिल्म केवल नफरत को उकसाती है. कुछ फिल्में परिवर्तन को प्रेरित करती हैं. 'कश्मीर फाइल्स' नफरत को उकसाती हैं. सत्य न्याय, पुनर्वास, सुलह और शांति की ओर ले जा सकता है. प्रोपेगेंडा तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करता है, क्रोध को भड़काने और हिंसा को बढ़ावा देने के लिए इतिहास को विकृत करता है. राजनेता घावों को भरने का काम करते हैं. प्रचारक विभाजित और शासन करने के लिए भय और पूर्वाग्रह का फायदा उठाते हैं.
फिल्म तथ्यों पर आधारित नहीं- उमर अब्दुल्ला
नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी फिल्म को लेकर कहा था कि ये फिल्म तथ्यों पर आधारित नहीं है. अगर कश्मीरी पंडित आतंकवाद के शिकार हुए हैं, तो हमें इसके लिए बेहद खेद है, लेकिन हमें उन मुसलमानों और सिखों के बलिदानों को नहीं भूलना चाहिए, जिन्हें एक ही बंदूक से निशाना बनाया गया था. बता दें कि कई बीजेपी शासित राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया गया है, जबकि कांग्रेस सवाल कर रही है कि पीएम मोदी और उनके मंत्री इस बारे में बात करके फिल्म का 'प्रचार' क्यों कर रहे हैं?
ये भी पढ़ें: