'समान अवसरों की भूमि है भारत', ऋषि सुनक के बहाने शाह फैसल ने इस्लामिक देशों पर कसा तंज, बोले- मौलाना आजाद से लेकर मनमोहन...
Shah Faesal News: शाह फैसल तत्कालीन जम्मू-कश्मीर कैडर के 2010 बैच के आईएएस टॉपर थे, जिन्होंने 2019 में सेवाओं से इस्तीफा दे दिया और अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई थी.
Shah Faesal On Rishi Sunak Victory: ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को किंग चार्ल्स III (King Charles III) ने 25 अक्टूबर को ब्रिटेन का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया. उनके पीएम बनने के बाद दुनियाभर से नेताओं और अधिकारियों की प्रतिक्रिया सामने आई है. इसमें कश्मीर के IAS अधिकारी शाह फ़ैसल (Shah Faesal) भी शामिल हैं. उन्होंने सुनक की नियुक्ति के बहाने पाकिस्तान समेत अन्य इस्लामिक देशों पर तंज कसा है.
शाह फ़ैसल ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में ऋषि सुनक की नियुक्ति पाकिस्तान के लिए एक आश्चर्य की बात हो सकती है, जहां अल्पसंख्यक सरकार में शीर्ष पदों पर नहीं रह सकते. भारतीय लोकतंत्र में ऐसा नहीं है. भारतीय मुसलमान, दूसरे आम नागरिकों के जैसी ही आज़ादी का लुत्फ़ लेते हैं, जो किसी और तथाकथित इस्लामिक देश में अकल्पनीय है." उन्होंने अपने ट्वीट में भात को 'समान अवसर की भूमि' बताया.
'समान अवसरों की भूमि भारत'
फ़ैसल ने कहा मौलाना आज़ाद से लेकर डॉ. मनमोहन सिंह और डॉ. जाकिर हुसैन से लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तक भारत हमेशा समान अवसरों की भूमि रहा है. यहां शीर्ष तक का रास्ता सभी के लिए खुला है. दरअसल, कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और शशि थरूर ने भी बीजेपी के बहुसंख्यकवाद पर सवाल उठाया था. इस पर भाजपा नेताओं ने भी मनमोहन सिंह, अब्दुल कलाम और द्रौपदी मुर्मू का उदाहरण दिया.
'राजनीतिक पार्टी भी बना चुके हैं फैसल'
शाह फैसल तत्कालीन जम्मू-कश्मीर कैडर के 2010 बैच के आईएएस टॉपर थे, जिन्होंने 2019 में सेवाओं से इस्तीफा दे दिया और अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बनाई. 2022 में शाह को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय में उप सचिव के रूप में तैनात किया गया. शाह फैसल ने कहा कि यह केवल भारत में संभव है कि कश्मीर का एक मुस्लिम युवा भारतीय सिविल सेवा परीक्षा में टॉप पर जा सकता है, सरकार के शीर्ष पदों पर पहुंच सकता है, फिर सरकार से अलग हो सकता है और फिर भी उसी सरकार द्वारा बचाया और वापस लिया जा सकता है.
बीजेपी बनाम विपक्ष की जुबानी जंग
दरअसल, ऋषि सुनक के ब्रिटेन का पीएम बनने पर विपक्ष के तमाम नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधा था. कांग्रेस नेता चिदंबरम ने कहा कि क्या भारत और बहुसंख्यकवाद का अभ्यास करने वाली पार्टियों के लिए सुनक का पीएम बनना एक सबक है. वहीं, शशि थरूर ने सवाल उठाया कि क्या ऋषि सुनक के पीएम बनने का समानांतर भारत में कभी होगा. वहीं, बीजेपी के शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें लगता है थरूर और पी चिदंबरम ने कभी भी डॉ. मनमोहन सिंह को स्पष्ट कारणों से पीएम के रूप में नहीं माना.