नई दिल्ली: कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद से पाकिस्तान भारत के खिलाफ रोज नई-नई साजिश रच रहा है. अब पाकिस्तान अपने आम नागरिकों को भारत के खिलाफ ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर मार्च निकालने के लिए आम नागरिकों को पीओके के मुजफ्फराबाद में इकट्ठा किया है. पाकिस्तान की मंशा है कि एलओसी पर खून खराबा हो और भारत बदनाम हो जाए. पाकिस्तान की इस हरकत के बाद भारतीय सेना सतर्क हो गई है. सीमा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.


इस मार्च को आतंकी संगठन जेकेएलएफ के बैनर तले निकाला जा रहा है. पाक अधिकृत कश्मीर से मिल रही जानकारी के मुताबिक, बड़ी तादाद में लोगों को मुज़फ़्फ़राबाद में इकट्ठा किया जा रहा है और आज उन्हें भारत-पाक के बीच नियंत्रण रेखा की ओर कूच कराया जाएगा. पाकिस्तान चाहता है कि एलओसी पर खून-खराबा हो और इसको वो मानवाधिकार का मुखौटा पहनाकर दुनिया के सामने रखकर भारत को बदनाम करे. आतंकी संगठन जेकेएलएफ इस मार्च को कश्मीर तक ले जाने के आव्हान कर रहा है. दिलचस्प बात यह है कि जेकेएलएफ इसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन का नाम दे रहा है, लेकिन असल में वो चाहता है कि एलओसी पर खून-खराबा हो.


झूठ बोलकर भारत को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं इमरान


ये पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह का पैंतरा भारत के खिलाफ चला हो. पिछले महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीओके में रैली करके आम नागरिकों को भारत के खिलाफ भड़काने की कोशिश की थी. इमरान खान लगातार झूठ बोलकर भारत को दुनिया के सामने बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ती है.


बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र आम सभा को एक आतंकी की भाषा में संबोधित किया था और हथियार उठाने की बात की थी. इमरान खान को वहां भी मुंह की खानी पड़ी. संयुक्त राष्ट्र में संबोधन से दो हफ्ते पहले इमरान खान ने मुज़फ़्फ़राबाद में एक रैली में कहा था, ‘’मुझे ये पता है कि आप में से कई एलओसी की तरफ़ जाना चाहते हैं. आप में जज़्बा और जुनून है. लेकिन अभी एलओसी की तरफ़ मत जाना. मैं आपको बताऊंगा कि कब जाना है. पहले मुझे संयुक्त राष्ट्र जाने दो. दुनिया के नेताओं को बताने दो. कश्मीर का केस लड़ने दो. साफ है कि इस मार्च को इमरान खान सरकार का पूरा समर्थन है.


किसी भी स्तिथि से निपटने के लिए तैयार है भारतीय सेना


ख़ुफ़िया सूत्रों ने सुरक्षाबलों को आगाह किया है कि पाकिस्तान एलओसी के करीब कुछ बड़ा करना चाहता है. जानकारी दी गई है कि आम नागरिकों को ह्यूमन शील्ड बनाकर एलओसी की ओर धकेला जा सकता है और इसके लिए करीब 4 हजार युवाओं को रावलपिंडी में ट्रेनिंग दी गई है.  26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज़ सईद भी इस मार्च के लिए समर्थन और ट्रेनिंग दे रहा है ताकि युवाओं को भड़काने के बाद उन्हें भारत के खिलाफ किया जा सके.


सूत्र बताते हैं कि इन युवाओं में कुछ आतंकियों को भी शामिल किया जाएगा जो हिंसा को अंजाम दे सकते हैं और एलओसी के करीब 31 इलाकों में यह गतिविधि हो सकती है. भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तानी एजेंसीज़ को नियंत्रित रेखा का सम्मान करना होगा और भारतीय सेना एलओसी पर किसी भी स्तिथि से निपटने के लिए तैयार है.


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पाकिस्तान कर रहा है क्षेत्रीय सम्प्रभुता का उल्लंघन- भारत


पीओके से एलओसी की ओर कूच करने की पाकिस्तानी साजिश पर भारत ने कहा है कि इस तरह की बात कहना क्षेत्रीय सम्प्रभुता का उल्लंघन है और ऐसा बयान उस पद के काबिल नहीं है जिस पद पर इमरान खान बैठे हैं.


पाकिस्तान की साजिशों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा है, ‘‘संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी पाकिस्तान के पीएम इमरान खान उकसाने वाला बयान दे चुके हैं और गैर जिम्मेदाराना भाषा का इस्तेमाल कर चुके हैं. हम इस तरह की बयानबाजी की निंदा करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इमरान खान को इसकी जानकारी नहीं है कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में आचार-व्यवहार कैसे होता है और इसके कारण वह कुछ ऐसा कह जाते हैं,’’


पाकिस्तान से ‘सामान्य पड़ोसी’ की तरह व्यवहार की उम्मीद करते हैं- भारत


रवीश कुमार ने कहा है, ‘’इमरान खान ने भारत के खिलाफ जेहाद का खुला आह्वान किया है .पाकिस्तान और पाकिस्तान के नेताओं की ओर से ऐसा उकसाने वाला बयान पहली बार नहीं आया है. हम पाकिस्तान और पाकिस्तान के नेताओं से ‘सामान्य पड़ोसी’ की तरह व्यवहार की उम्मीद करते हैं.’’ उन्होंने साथ ही कहा कि ऐसी उनसे अपेक्षा नहीं है.


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