श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से एक भारतीय जवान पिछले छह दिनों से लापता है. जवान के अगवा होने के चार दिन बाद सेब के एक बाग में उसके कपड़े मिले. अब जवान ने परिवार ने आतंकवादियों से अपील की है कि अगर वह मारा गया है तो उसके शव को सौंप दें. वहीं सुरक्षाबलों ने भी अपना तलाशी अभियान तेज कर दिया है.


अगवा सैनिक के कपड़े शुक्रवार को शोपियां के लंडूरा गांव के एक बाग में मिले थे, जिसके बाद सैनिक का पता लगाने के लिए इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया था. हालांकि किसी भी आतंकवादी समूह ने अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है. अपहर्ताओं ने जवान के निजी वाहन को भी आग के हवाले कर दिया था.


परिवार की अपील
24 साल के राइफलमैन शाकिर मंजूर दो अगस्त को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के हरमैन स्थित अपने घर से निकले थे. इसके बाद से वह लापता हैं. माना जा रहा है कि आतंकवादियों ने उनका अपहरण किया है. शाकिर मंजूर के पिता ने आतंकियों से गुहार लगाई है कि वह उसे जिंदा छोड़ दें. उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि मेरा बेटा एक सैनिक था. मैं मुजाहिदीन से उसे माफ करने की अपील करता हूं, अगर वो कर सकते हैं... अगर वे उसे माफ नहीं कर सकते हैं, तो कृपया उसका शरीर हमें वापस कर दें. यह हमारा अधिकार है."


शाकिर के पिता ने कहा, उनके बेटे ने घर से निकलने के बाद तुरंत उन्हें फोन किया. शाकिर ने उन्हें बताया ति रास्ते में उसे एक दोस्त मिला है और उसे एक घंटा लगेगा. पिता ने कहा, 'वह मुझे इशारा कर रहा था कि उसका अपहरण कर लिया गया है. बाद में पता चला कि उसकी कार को घर से एक किमी से भी कम दूर रोका गया था और कुछ लोग उसमें सवार हुए थे. कुलगाम के नेहामा गांव में शाकिर की कार को छोड़ दिया गया और जला दिया गया, वहीं से उसका अपहरण कर लिया गया. परिवार का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि उसके बाद क्या हुआ.


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