नई दिल्ली: कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने आतंकवाद निरोधी अभियानों में सीआरपीएफ की भूमिका के बारे में टिप्पणी करके घाटी में तैनात बलों के बीच विवाद खड़ा कर दिया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि 29 अप्रैल को बारामूला में जिला पुलिस लाइंस में डीजीपी दिलबाग सिंह की अध्यक्षता में हुई संयुक्त बलों की बैठक में आईजी कुमार ने कथित तौर पर कहा कि अर्द्धसैनिक बल तो महज दिखावे के लिए हैं, असल अभियान तो सेना, उसकी इकाई राष्ट्रीय रायफल्स राज्य पुलिस से मिलने वाली खुफिया जानकारी की मदद से चलाती है.


भारतीय पुलिस सेवा के 1997 बैच के अधिकारी कुमार ने कथित तौर पर कहा कि कश्मीर के अभियानों में सीआरपीएफ का काम अच्छा नहीं है. वह यह बात बेहतर ढंग से जानते हैं क्योंकि पहले वह अर्द्धसैनिक बल में प्रतिनियुक्ति पर काम कर चुके हैं.


अधिकारियों ने कहा कि सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे और उन्होंने बल के खिलाफ कही गई इन अप्रिय बातों को लेकर बैठक के बाद कुमार के सामने विरोध प्रकट किया. सीआरपीएफ के वरिष्ठ कमांडरों ने इस मामले में उच्च स्तरीय दखल की मांग की है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के कश्मीर जोन की ओर से देश के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल की भूमिका की प्रशंसा में शुक्रवार को ट्वीट किया गया. कुमार सीआरपीएफ में डिप्टी आईजी (नई दिल्ली रेंज) रह चुके हैं.


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