जम्मू-कश्मीर में भारी बर्फबारी में लापता लोगों की तलाश के लिए विशेष अभियान किए गए शुरू
अधिकारियों ने कहा कि हेलीकॉप्टर बचाव दल फिलहाल लरकीपोरा में तैयार है और मौसम के सुधरने का इंतजार कर रहा है. इसके अलावा अन्य टीमों ने अपना अभियान शुरू कर दिया है.
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से किश्तवाड़ जिले की पैदल यात्रा के दौरान एक दिन पहले लापता हुए 6 लोगों का पता लगाने के लिए अधिकारियों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया. छह लोगों ने बुधवार को भारी बर्फबारी के दौरान यात्रा शुरू की. भारी बर्फबारी से कश्मीर में व्यापक नुकसान हुआ है. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि उनका पता लगाने के लिए त्रिस्तरीय बचाव अभियान शुरू किया गया. आशंका है कि ये लोग बर्फबारी की चपेट में आ गए.
आपदा प्रबंधन के प्रमुख आमिर अली ने कहा, "मार्गन टॉप पर लापता छह लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान शुरू किया गया है." उन्होंने कहा, "एक टीम सड़क मार्ग से स्नो कटर मशीन और जेसीबी के साथ आगे बढ़ रही है, जिसके नेतृत्व में एक एसडीएम तहसीलदार, मेड और एनएचआईडीसीएल के अधिकारी हैं." उन्होंने बताया कि सेना के बचाव दल और स्थानीय स्वयंसेवकों की एक दूसरी टीम पैदल आगे बढ़ रही है. अधिकारियों ने कहा कि हेलीकॉप्टर बचाव दल फिलहाल लरकीपोरा में तैयार है और मौसम के सुधरने का इंतजार कर रहा है.
वारवन के छह लोग अनंतनाग से मार्गन टॉप होते हुए पैदल ही गए थे. वारवन जाने के लिए दुर्गम मार्गन टॉप से जाना पड़ता है जहां पर गर्मियों में भी बर्फीले तूफ़ान आते है. मार्गन टॉप के नाम का मतलब - मौत का पहाड़ है और इस इलाके में बर्फीले तूफ़ान में फंसे लोगों की जान इससे पहले भी जा चुकी है. कश्मीर घाटी, खासकर दक्षिण के इलाकों में बुधवार को भारी बर्फबारी हुई और ऐसी आशंका है कि लोग बर्फ में फंस गए. हालांकि अभी तक लापता लोगों के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है.
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