Rahul Bhat Killing: जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या के बाद प्रशासन ने परिवार की मदद का फैसला किया है. वहीं इस मामले की जांच के लिए एक SIT का गठन भी किया गया है. एलजी ऑफिस ने ट्वीट करके कहा है कि आतंकी हमले के सभी पहलुओं की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित करने का निर्णय लिया गया है. संबंधित थाने के SHO को भी मामले में अटैच किया गया है. उपराज्यपाल के ऑफिस के बयान के मुताबिक जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकियों के हमले में मारे गए राहुल भट की पत्नी को सरकारी नौकरी और परिवार को वित्तीय सहायता देने का वादा किया है. राहुल भट की बेटी की पढ़ाई का खर्च सरकार उठाएगी.
आतंकवादियों ने चडूरा शहर में तहसील कार्यालय के भीतर घुस कर राहुल भट को गोली मारी थी. भट को प्रवासियों के लिए विशेष नियोजन पैकेज के तहत 2010-11 में क्लर्क के तौर पर सरकारी नौकरी मिली थी. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शुक्रवार को कश्मीरी पंडित समुदाय के सरकारी कर्मचारी राहुल भट के परिजनों से मिले और उन्हें इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया.
सिन्हा ने कहा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को इस जघन्य कृत्य के लिए बहुत भारी कीमत चुकानी होगी. उपराज्यपाल ने भट की हत्या के खिलाफ घाटी में जारी कश्मीरी पंडितों के प्रदर्शन के बीच उनके परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने ट्वीट किया, राहुल भट के परिजनों से मुलाकात की और परिवार को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया. दुख की इस घड़ी में सरकार राहुल भट के परिवार के साथ खड़ी है. सिन्हा ने कहा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को इस बर्बर कृत्य के लिए बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
ये भी पढ़ें- Bandipora Encounter: कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या में शामिल 3 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने किया ढेर