Jammu kashmir Target Killing: जम्मू कश्मीर के शोपियां (Shopian) में शनिवार को आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित पुरान भट (Puran Bhat) की गोली मारकर हत्या कर दी. जम्मू कश्मीर पुलिस (Jammu Kashmir Police) के डीआईजी सुजीत कुमार ने बताया कि हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर फ्रीडम फाइटर (केएफएफ) ने ली है. पूरन की हत्या के बाद उनके शव को जम्मू लाया गया जहां पर उनकी अंत्योष्टि की जाएगी.
जम्मू में पुरान के घर पर उनकी हत्या के बाद मातम पसरा है. जम्मू कश्मीर में आतंकी बीते एक साल से गैर कश्मीरी और गैर मुस्लिम लोगों की निशाना बनाकर हत्या कर रहे हैं ताकि ऐसे लोग डर कर घाटी छोड़कर चले जाएं.
हम आपको बताते हैं जम्मू में हुई इस टार्गेट किलिंग से जुड़ी 10 बड़ी बातें...
1. शोपियां में आतंकियों ने जिस कश्मीरी पंडित को गोली मारी उसका नाम पुरान भट था और उसका परिवार जम्मू में रहता था.
2. आतंकियों ने पुरान को गोली उस वक्त मारी जब वह स्कूटर से अपनी बाग की तरफ जा रहे थे.
3. हत्या की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर फ्रीडम फाइटर (केएफएफ) ने ली है. ये संगठन पहले भी कई आतंकी और टार्गेट किलिंग की गतिविधियों को अंजाम दे चुका है.
4. पुरान भट की हत्या के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी और आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया हुआ है.
5. जम्मू कश्मीर पुलिस ने कहा कि हम चूक की वजहों का पता लगा रहे हैं. किसी तरह की चूक होने की स्थिति में सुरक्षाकर्मियों और इलाके के प्रभारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
6. पुरान भट के गोली मारे जाने के बाद घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने परिवार को ढांढस बढ़ाया और सरकारी मदद का भरोसा दिया.
7. जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने घटना पर दुख जताया और आतंकियों द्वारा निर्दोष नागरिक की हत्या किए जाने को एक कायराना करार दिया.
8. राज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुरान भट के परिवार के प्रति संवेदना जताई और उनको हर संभव सरकारी मदद का भरोसा भी दिया. उन्होंने कहा कि घटना को अंजाम दिए जाने वालों को दंडित करने की भी बात कही.
9. राज्य की राजनीतिक पार्टी ने राज्यपाल की आलोचना की. उन्होंने कहा कि मई में राहुल भट की हत्या के बाद से कश्मीरी पंडि दूसरी जगहों पर भेजे जाने की मांग कर रही थी लेकिन एलजी ने आंखें मूंद रखीं थी.
10. पुरान भट की हत्या से खुद को घाटी से बाहर स्थानांतरित करने की मांग कर रहे सैकड़ों कश्मीरी पंडितों ने हत्या के विरोध में जम्मू-अखनूर मार्ग को जाम कर दिया.