CDS Bipin Rawat Death: कश्मीर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य को कश्मीरी युवाओं ने दी श्रद्धांजलि
Bipin Rawat Chopper Crash: वजाहत फ़ारूक़ भट नामक युवक के अनुसार जनरल बिपिन रावत का जाना कश्मीरियों के लिए दुख की बात है क्योंकि उन्होंने आवाम और सेना के बीच की दूरियों को कम किया
CDS Bipin Rawat Death: श्रीनगर के प्रसिद्ध लाल चौक पर एक श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन हुआ जिस में मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. इस श्रद्धांजलि समारोह में कश्मीर में तैनात चिनार कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे और जम्मू कश्मीर पुलिस के कश्मीर रेंज के आईजीपी विजय कुमार ने भी भाग लिया. बता दें कि इस समारोह का आयोजन ‘सेव यूथ सेव फ्यूचर फाउंडेशन’ द्वारा श्रीनगर के लाल चौक स्थित प्रसिद्ध घंटाघर के पास किया गया था.
श्रद्धांजलि समारोह में भाग लेने वाले एक युवक इज़रत अमीन ने कहा, "जिस तरह का जनरल रावत का कश्मीर के साथ संबंध रहा है उसे अल्फ़ाज़ों में बयान नहीं किया जा सकता है. उन्होंने घाटी में अमन की शुरुआत की थी, वो लोगों की हिंसा को खत्म कर देना चाहते थे और जब तक हम ज़िंदा है हम युवा उनके इस मिशन को आगे बढ़ाएंगे. मौत अटल होती है उसे नहीं टाल सकता लेकिन उनका जाना पूरे देश के लिए बहुत बड़ा नुकसान है. आज जनरल हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके द्वारा शुरू किये गए मिशन चलते रहेंगे. यहाँ के युवा इसे आगे बढ़ाएंगे".
वहीं वजाहत फ़ारूक़ भट नामक एक अन्य युवक ने कहा, "आज इस कार्यक्रम का मकसद यह था कि हम सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य शहीद 11 जवानों को कश्मीर की ओर से श्रद्धांजलि देना चाहते थे. उन्होंने कश्मीरियों को एक सपना दिखाया था जिसे उन्होंने साकार किया. आवाम और सेना के बीच की दूरियों को भी कम किया. उनका जाना हमारे लिए बेहद दुख की बात है.”
लोगों के जनरल थे सीडीएस रावत
गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि उन्होंने जब टीवी पर युवाओं को श्रद्धांजलि देते हुए देखा तो उनसे रहा नहीं गया और वह सीधा यहां इसमें शामिल होने चले आए. उन्होंने कहा कि जनरल बिपिन रावत न केवल सेना के जनरल थे बल्कि वो उतने ही लोगों के साथ भी जुड़े हुए थे.
उनके पास लोगों के लिए समय था. कश्मीर में उनकी मौत के बाद जो प्यार नज़र आ रहा है वो दर्शाता है कि भारतीय सेना का आम जनता के साथ यहां पर कितना कनेक्ट रहा है. जीओसी ने कहा कि हम हमेशा कहते हैं कि फ़ौज और आवाम दो जिस्म एक जान है इसलिए उनको श्रद्धांजलि देने के रूप में काफी ज़्यादा लोगों का प्यार उभरकर सामने आया है.
इस बीच आईजीपी विजय कुमार ने जनरल रावत और बाकी के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "जनरल रावत हम लोगों के आदर्श है. जब वो सेक्टर कमांडर सोपोर थे तब मैं एसएसपी कुपवाड़ा था काफी मुलाकात होती रहती थी. और हाल ही में जुलाई में राष्ट्रपति के दौरे के दौरान भी उनसे मुलाकात हुई. वह हमारे प्रेरणा स्रोत थे. उनका जाना पूरे देश के लिए, कश्मीर के लिए और सभी सुरक्षा एजेंसियों के लिए बहुत बड़ा नुकसान है. हम उनकी राह पर चलेंगे और जो उनका सपना अधूरा रह गया है हम उसे पूरा करेंगे".
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