कठुआ गैंगरेप: आज से शुरू होगी सुनवाई, 7 आरोपियों को सीजीएम कोर्ट में पेश करेगी पुलिस
सोमवार से कठुआ बलात्कार मामले में सुनवाई शुरू होगी. इस मामले में हिन्दू मुस्लिम ध्रुवीकरण को देखते हुए ‘‘ तटस्थता ’’ सुनिश्चित करने का प्रयास माना जा रहा है.
![कठुआ गैंगरेप: आज से शुरू होगी सुनवाई, 7 आरोपियों को सीजीएम कोर्ट में पेश करेगी पुलिस Kathua rape case: Hearing will be begin from Tuesday कठुआ गैंगरेप: आज से शुरू होगी सुनवाई, 7 आरोपियों को सीजीएम कोर्ट में पेश करेगी पुलिस](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2018/04/11193104/pti.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
जम्मू: कठुआ बलात्कार और हत्या मामले में आठ आरोपियों के खिलाफ कठुआ जिला और सत्र न्यायालय में सोमवार से सुनवाई शुरू होगी. सभी 8 अभियुक्तों पर आरोप है कि उन्होंने आठ साल की लड़की को जनवरी में एक सप्ताह तक कठुआ जिले के एक गांव के मंदिर में बंधक बनाकर रखा और उसे नशीला पदार्थ देकर उसके साथ बार-बार बलात्कार किया और बाद में उसकी हत्या कर दी.
नाबालिग के खिलाफ सुनवाई करेंगे चीफ डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट
आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है जिसके खिलाफ एक पृथक आरोप पत्र दायर किया गया है. अधिकारियों ने कहा कि कठुआ के चीफ डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कानून के अनुसार एक आरोपपत्र को सुनवाई के लिए सत्र अदालत के पास भेजेंगे जिसमें सात लोग नामजद हैं. हालांकि चीफ डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट नाबालिग के खिलाफ सुनवाई करेंगे क्योंकि किशोर कानून के तहत यह विशेष अदालत है.
हिन्दू मुस्लिम ध्रुवीकरण को देखते हुए ‘तटस्थता ’ सुनिश्चित करने का प्रयास
जम्मू कश्मीर सरकार ने इस संवेदनशील मामले में सुनवाई के लिए दो विशेष लोक अभियोजकों की नियुक्ति की है और दोनों ही सिख हैं. इसे इस मामले में हिन्दू मुस्लिम ध्रुवीकरण को देखते हुए ‘तटस्थता’ सुनिश्चित करने का प्रयास माना जा रहा है.
हाई कोर्ट द्वारा 13 अप्रैल को जम्मू बार एसोसिएशन और कठुआ बार एसोसिएशन को आड़े हाथ लिये जाने के बाद अब सुनवाई सुचारू ढंग से चलने की उम्मीद है. शीर्ष अदालत ने इस मामले में कुछ वकीलों द्वारा न्यायिक प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न करने पर कड़ी आपत्ति जताई थी.
बच्ची का अपहरण, बलात्कार और हत्या एक सुनियोजित साजिश
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने जम्मू हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की भी आलोचना की थी जिसने प्रस्ताव पारित करके अदालती कार्यवाही में शामिल नहीं होने को कहा था. अपराध शाखा द्वारा दायर आरोपपत्रों के अनुसार, बकरवाल समुदाय की लड़की का अपहरण, बलात्कार और हत्या एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा थी ताकि इस अल्पसंख्यक घुमंतू समुदाय को इलाके से हटाया जा सके. इसमें कठुआ के एक छोटे गांव के एक मंदिर के रखरखाव करने वाले को इस अपराध का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है.
मामले में आठों आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
सांजी राम ने कथित रूप से विशेष पुलिस अधिकारी दीपक खजूरिया और सुरेंद्र वर्मा , मित्र प्रवेश कुमार उर्फ मन्नु , राम के भतीजे एक नाबालिग और उसके बेटे विशाल उर्फ ‘ शम्मा ’ के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया. आरोपपत्र में जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल तिलक राज और उपनिरीक्षक आनंद दत्ता को भी नामजद किया गया है जिन्होंने राम से चार लाख रुपये कथित रूप से लेकर महत्वपूर्ण सबूत नष्ट किये. मामले में आठों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. अपराध शाखा जम्मू बार एसोसिएशन और कठुआ बार एसोसिएशन को हाई कोर्ट के सामने 19 अप्रैल को पेश होने के लिए जारी नोटिस सौंपेंगी.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)