लंदन: कठुआ और उन्नाव गैंगरेप मामले में कार्रवाई को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इसपर राजनीति नहीं किया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लंदन के सेंट्रल हॉल वेस्टमिंस्टर में कहा कि रेप, रेप होता है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा , ‘‘हम हमेशा अपनी बेटियों से पूछते हैं कि वो क्या कर रही हैं, कहां जा रही हैं. हमें अपने बेटों से भी पूछना चाहिये. जो व्यक्ति ये अपराध कर रहा है, वह भी किसी का बेटा है.’’


'भारत की बात, सबके साथ’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा , ‘‘मैं इस सरकार और उस सरकार में रेप की घटनाओं की संख्या की गिनती में कभी शामिल नहीं हुआ. रेप, रेप है, चाहे वह अब हुआ या पहले हुआ हो. यह बेहद दुखद है.’’ उन्होंने कहा कि किसी बेटी से रेप देश के लिये शर्म का विषय है. पीएम मोदी ने लंदन में आयोजित कार्यक्रम में अपनी सरकार की तारीफ के साथ कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक, विदेश नीति, सरकार के कामकाज समेत अन्य मसलों पर राय रखी.


आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ और उत्तर प्रदेश के उन्नाव में रेप की घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश है. विरोध-प्रदर्शनों और विपक्षी दलों के हमलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों कहा था कि देश या राज्य के किसी भी हिस्से में ऐसी घटनाएं मानवता को उद्वेलित करती हैं. मैं देश को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि कोई दोषी बच नहीं पाएगा. इंसाफ होगा. पूर्ण रूपेण न्याय होगा. बेटियों को इंसाफ मिलेगा. हमें साथ मिलकर इस बुराई को समाज से समाप्त करना होगा.


विपक्ष के निशाने पर क्यों हैं पीएम मोदी?


उन्नाव केस में पीड़िता की शिकायतों के बाद भी केस दर्ज नहीं किया गया. उसके बाद पिता की पुलिस कस्टडी में मौत और मचे हंगामें को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दबाव में आई और बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ केस दर्ज किये जाने के आदेश दिये. सेंगर को सीबीआई ने पिछले दिनों गिरफ्तार किया था. वहीं जम्मू-कश्मीर के कठुआ गैंगरेप मामले में आरोपियों के पक्ष में बीजेपी के दो नेताओं ने कथित तौर पर रैलियां लगाई. इसके बाद यह मामला राष्ट्र स्तर पर सुर्खियों में आया. दबाव के बाद बीजेपी के दोनों विधायक चंद्र प्रकाश गंगा और चौधरी लाल सिंह को जम्मू-कश्मीर कैबिनेट से बतौर मंत्री इस्तीफा देना पड़ा.


इन मामलों को याद दिलाते हुए कांग्रेस समेत ज्यादातर विपक्षी पार्टियां बीजेपी की सरकार को महिला सुरक्षा को लेकर कठघरे में खड़ी कर चुकी है. कांग्रेस का कहना है कि सरकार पीड़िता को न्याय दिलाने के बजाय आरोपियों के पक्ष में खड़ी है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार पीएम मोदी की चुप्पी पर कहा था कि पीएम मोदी को उस सुझाव का पालन करना चाहिए जो वह मुझे देते थे, उन्हें अक्सर बोलते रहना चाहिए.


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि सच में बेटियों को न्याय दिलाने के प्रति गंभीर हैं तो फास्ट ट्रैक कोर्ट को केस सौंप देना चाहिए. राहुल गांधी ने ट्विट कर कहा था कि 2016 में 19 हजार 675 नाबालिग से रेप की वारदातें हुई. यह शर्मनाक है. अगर प्रधानमंत्री सच में देश की बेटियों को न्याय दिलाने के लिए गंभीर हैं तो इन सभी मामलों को वह फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रांसफर करें और जो दोषी है उनको सजा दिलाएं.


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