सीतापुर: उत्त प्रदेश के सीतापुर जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर केवल तीन हजार की आबादी वाला 'कौराना' गांव दुनियाभर में कहर बरपा रहे कोरोना नामक वायरस से मिलते-जुलते नाम की वजह से चर्चा में है.
गांव की प्रधान मंजूश्री त्रिवेदी ने सोमवार को बताया 'सीतापुर के संदाना पुलिस थाने के अन्तर्गत आने वाले इस गांव का नाम 'कौराना' है. लेकिन लोग अब गांव को 'कोरोना' पुकारते हैं जो अच्छा नहीं लगता है. यह गांव प्रसिध्द तीर्थ स्थल नैमिषरायण के करीब है और इसका ऐतिहासिक महत्व है.'
उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष नैमिषरायण की 84 कोसी परिक्रमा 'कौराना' गांव से प्रारंभ होती है और यहां के द्वारकाधीश मंदिर का जीर्णोदार पुरातत्व विभाग द्वारा किया जा रहा है. गांव के एक व्यक्ति अनिल वर्मा ने बताया कि मजाक में ही सही, महामारी से गांव का नाम जोड़े जाने पर दुख होता है.
कुछ गांव वालों ने दावा किया कि इस बारे में जब पुलिस हेल्पलाइन पर संपर्क किया गया तो वहां से जवाब मिला कि यह खतरनाक बीमारी है जिससे बचकर रहें.
गांव प्रधान मंजूश्री त्रिवेदी कहती हैं ''हालांकि अभी तक न तो गांव में और न ही सीतापुर जिले में एक भी कोरोना वायरस से प्रभावित मरीज मिला है. हम लोग दिशानिर्देशों का पूरी तरह पालन कर रहे हैं.''
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