KCR Maharashtra Visit: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अपने दो दिवसीय दौरे पर सोमवार (26 जून) को महाराष्ट्र के सोलापुर पहुंचे. सीएम और उनके मंत्रिमंडल सहयोगी 600 वाहनों के काफिले के साथ यहां पहुंचे हैं. भारत राष्ट्र समिति के एक नेता ने यह जानकारी दी.
बीआरएस के महाराष्ट्र प्रभारी शंकर धोंडगे ने कहा कि बीआरएस चीफ 29 जून को आषाढ़ी एकादशी से पहले मंगलवार (27 जून) को पंढरपुर में भगवान विट्ठल मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. इस दौरान वह पंढरपुर के साथ तुलजापुर की भी यात्रा करेंगे. शंकर धोंडगे ने कहा, “चंद्रशेखर राव और उनके सभी कैबिनेट सहयोगी 600 गाड़ियों में पहुंचे.”
सोलापुर में एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा कि पंढरपुर में पालकी पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाने के लिए राव को अनुमति देने के बीआरएस के अनुरोध को प्रशासन ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अस्वीकार कर दिया है. आषाढ़ी एकादशी पर राज्य के विभिन्न हिस्सों से ‘वारकरी’ (भगवान विट्ठल के भक्त) पालकियों के साथ पंढरपुर में एकत्र होते हैं.
बीआरएस अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों से पहले महाराष्ट्र में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हैं. बीआरएस पदाधिकारी ने बताया कि राव सोमवार को पहले उस्मानाबाद जिले के ओमेरगा पहुंचें और फिर सोलापुर के लिए रवाना हुए. उन्होंने बताया कि राव, सोलापुर के सरकोली गांव में स्थानीय स्तर पर आयोजित एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे.
संगठन को मजबूत करने का है उद्देश्य
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा कि सीएम राव के पंढरपुर के बाद तुलजापुर के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां वह मंगलवार दोपहर को प्रसिद्ध तुलजा भवानी मंदिर में दर्शन करेंगे. पदाधिकारी ने बताया कि राव ने तेलंगाना से बाहर संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से 15 जून को नागपुर में पार्टी के पहले कार्यालय का उद्घाटन किया था.
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में, केसीआर के नेतृत्व वाली पार्टी ने अखिल भारतीय पार्टी बनने के उद्देश्य से पार्टी का नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति से बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर लिया था. इसके अलावा, राव ने हाल में महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में रैलियां की और किसानों और दलितों के मुद्दे पर बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की थी.
ये भी पढ़ें- भारत ने पाकिस्तान उच्चायोग के राजनयिक को किया तलब, सिखों पर हुए हमलों का है मामला