नई दिल्ली: प्रदूषण का खतरा गहराता जा रहा है और वायु की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है. दिल्ली सरकार ने युद्ध प्रदूषण के विरुद्ध कैम्पेन के तहत अभी तक कई कैम्पेन चलाये हैं और पॉलिसी भी लागू की हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज रेड लाइट पर खड़ी गाड़ियों से निकलने वाले धुएं से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिये 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' कैम्पेन शुरू करने की घोषणा की है.


दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का हवाला देते हुए केजरीवाल ने कहा, "इस वक्त दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है और हर साल इस वक्त आस पड़ोस के राज्यों में पराली जलने की वजह से जो धुआं आता है उसकी वजह से प्रदूषण बढ़ता है. हम देख रहे हैं कि आसपास के पड़ोसी राज्यों में पराली जलने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है.


पराली जलने की वजह से धुआ दिल्ली आ रहा है- केजरीवाल


मैं समझता हूं कि दिल्ली में ये धुआं पहुंचने तक फिर भी कम हो जाता होगा लेकिन जिन गांव में पराली जलाने के लिए किसान मजबूर होते हैं उन गांव में क्या हाल होता होगा? साल दर साल यही कहानी चलती आ रही है जो पराली जलने की वजह से धुआं दिल्ली आ रहा है उसके लिए तो हम कुछ नहीं कर सकते लेकिन दिल्ली में अपने प्रदूषण को इस वक्त कम करने के लिए जो कदम हम उठा सकते हैं वह सब करेंगे."


सरकार के उठाये कदमों की जानकारी देते हुए केजरीवाल ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में हम लोगों ने कई सारे कदम उठाए हैं प्रदूषण कम करने के लिए एंटी डस्ट कैंपेन चलाया है. दिल्ली में जो पराली है उसको जलाने की जरूरत ना पड़े उसके लिए हमने पूसा की बायो डी-कंपोजर तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया है. इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की घोषणा की है. ट्री ट्रांसप्लांटेशन पॉलिसी की घोषणा की है."


'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' कैंपन की आज से होगी शुरुआत- केजरीवाल


अपने नए कैम्पेन के लिये लोगों से सहयोग की अपील करते हुए केजरीवाल ने कहा, "आज से हम एक नया कैंपेन शुरू कर रहे हैं, उसमें आप सबका सहयोग चाहिए. हम देखते हैं कि रोज रेड लाइट पर जब हम अपनी गाड़ी खड़ी करते हैं उस समय हम गाड़ी ऑफ नहीं करते हैं. इसको 'आईडीलिंग' कहते हैं. उस टाइम गाड़ी से कितना धुआं निकलता है. पूरी दिल्ली में एक करोड़ रजिस्टर्ड व्हीकल हैं जिसमें अगर मान लें करीब 30-40 लाख व्हीकल रोज सड़क पर आते होंगे तो उनके धुएं से कितना प्रदूषण बनता है. आज से हम कैंपेन शुरू कर रहे हैं 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ'. हम सब लोग आज एक संकल्प लेंगे कि रेड लाइट अगर मिलेगी तो हम अपनी गाड़ी ऑफ करेंगे."


इस कैम्पेन के फायदे और विशेषज्ञों से मिली जानकारी साझा करते हुए केजरीवाल ने कहा, "एक करोड़ व्हीकल रजिस्टर्ड हैं, अगर 10 लाख व्हीकल भी रेड लाइट पर अपनी गाड़ी ऑफ करना शुरू कर दें तो जो विशेषज्ञों ने मुझे कैलकुलेशन दी है उसके मुताबिक एक साल में PM10, 1.5 टन कम हो जाएगा और PM2.5, 0.4 टन कम हो जाएगा.


विशेषज्ञों का कहना है कि जब हम रेड लाइट पर आईडिलिंग करते हैं तो 1 मिनट में जितना ईंधन खर्च होता है, वह अगर ड्राइविंग कर रहे हो तो उससे ज्यादा खर्च होता है. 10 सेकंड आईडिलिंग में गाड़ी ऑफ करके ऑन करने से ज़्यादा धुआं खर्च होता है. यानी अगर ऑफ करके ऑन करें तो उससे धुआं तो कम होगा ही इंधन भी काफी बचेगा."


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