नई दिल्ली : एमसीडी चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही आम आदमी पार्टी में खलबली मची हुई है. ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश जरूर पार्टी ने की थी लेकिन, अब उसे अपना ही घर बचाने की चिंता होने लगी है. एक के बाद एक नेताओं ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है और कुछ ने बगावत के संकेत भी दे दिए हैं.


केजरीवाल को अब पार्षदों के छिटकने का डर सताने लगा है


ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अब पार्षदों के छिटकने का डर सताने लगा है. पार्टी के एक विधायक पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं. यही कारण है कि केजरीवाल ने आप के नव-निर्वाचित पाषर्दों को अपना फोन ‘रिकार्डिंग मोड’ में रखने की सलाह दी है. साथ ही बीजेपी के जाल में फंस कर ‘पार्टी को धोखा देने’ को लेकर चेतावनी दी है.


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केजरीवाल ने उन्हें ‘निष्ठा’ की शपथ दिलायी


दिल्ली नगर निगम चुनाव में बीजेपी को भारी बहुमत मिलने और आप को मिली करारी शिकस्त के एक दिन बाद अपने आवास पर पाषर्दों को संबोधित करते हुये केजरीवाल ने उन्हें ‘निष्ठा’ की शपथ दिलायी. उन्होंने कई आशंकाओं को पेश किया.


हमेशा अपना फोन रिकार्डिंग मोड में रखें : केजरीवाल


उन्होंने कहा, ‘निगमों पर दल-बदल कानून प्रभावी नहीं होता है. ऐसे में बीजेपी उन्हें तोड़ने के लिए लालच देगी. हमेशा अपना फोन रिकार्डिंग मोड में रखें ताकि बाद में आप ऐसे प्रयासों को उजागर कर सकें. वे आपको 10 करोड़ रूपये भी दे सकते हैं क्योंकि उनके पास बहुत पैसा है.’


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