Ken Betwa Link Project: क्या था अटल बिहारी वाजपेयी का सपना, जिसे पीएम मोदी ने कर दिया पूरा, केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट को जानें
PM Modi: बुंदेलखंड में सूखा और जल संकट को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने केन-बेतवा लिंक परियोजना शुरू की है जिससे महोबा और आसपास के जिलों में जल आपूर्ति और सिंचाई में सुधार होगा.
Bundelkhand Water Project: बुंदेलखंड क्षेत्र जिसे सूखा और पेयजल संकट के लिए जाना जाता है. अब नदियों को जोड़ने के माध्यम से अपनी समस्या का समाधान खोजने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र को राहत देने के लिए केन-बेतवा लिंक परियोजना की शुरुआत की है. इस परियोजना के तहत महोबा सहित बुंदेलखंड के बाकी जिलों को नदियों के जरिए जोड़कर जल संकट से उबारने की योजना बनाई गई है.
केन-बेतवा लिंक परियोजना के पूरा होने से महोबा जिले के 45 हजार हेक्टेयर जमीन को सिंचित किया जाएगा, जिससे यहां के किसानों को ज्यादा फायदा होगा. इसके अलावा करीब 5 लाख लोगों को शुद्ध पीने का पानी भी मिलेगा जो कि अब तक जल संकट से जूझ रहे थे. इस प्रोजेक्ट के तहत महोबा जिले में नदियों का पानी पहुंचाकर चंदेल कालीन तालाबों को भरने का काम किया जाएगा.
अब बुंदेलखंड की बदलेगी तस्वीर
बुंदेलखंड के महोबा सहित बांदा, हमीरपुर, झांसी और ललितपुर जैसे जिलों के लिए ये परियोजना प्रोजेक्ट साबित होगी. महोबा में नदी न होने की वजह से यहां पानी की समस् बहुत ज्यादा गंभीर थी, लेकिन अब केन-बेतवा परियोजना के तहत महोबा तक पानी पहुंचाने के लिए दो चैनल बनाए जाएंगे. इन चैनलों से क्षेत्र के प्रमुख तालाबों को पुनर्जीवित किया जाएगा और सिंचाई व्यवस्था मजबूत होगी.
3 सालों में प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था कि देश की नदियों को आपस में जोड़ा जाए और उनकी जयंती पर इस परियोजना को हरी झंडी दिखाई गई. इस परियोजना के अंतर्गत महोबा में 5735 करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जाएगा और अगले तीन सालों में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस योजना से न केवल किसानों की किस्मत बदलने की उम्मीद है, बल्कि पूरे बुंदेलखंड की तस्वीर में बदलाव आने की संभावना है.
जल संकट से लोगों को मिलेगी राहत
इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य बुंदेलखंड में जल संकट से मुक्ति दिलाना है. महोबा सहित बाकी जिलों में तालाबों और डैमों को जोड़ने की प्रक्रिया से सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और किसानों को दो से ज्यादा फसलों की पैदावार करने का अवसर मिलेगा. इसके अलावा परियोजना के अगले चरण में 11 चंदेल कालीन तालाबों को नहरों और पाइप लाइन से जोड़ने की योजना बनाई गई है जिससे पूरे क्षेत्र में खुशहाली आएगी.
बुंदेलखंड के लोग कर रहे है पीएम मोदी की सराहना
इस योजना के प्रति बुंदेलखंड के लोगों में उत्साह है और वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल की सराहना कर रहे हैं. महोबा और आसपास के क्षेत्रों में इस योजना को लेकर एक नई उम्मीद और विश्वास जागा है. आने वाले समय में ये प्रोजेक्ट बुंदेलखंड के विकास में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है.