कोच्चि: केरल में गोमांस की दावत आयोजित करने पर सूबे के बीजेपी प्रमुख कुम्मनम राजशेखरन ने सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी पर करारा हमला बोला. राजशेखरन ने लेफ्ट नेतृत्व को राजधानी दिल्ली में गोमांस की दावत आयोजित करने की चुनौती दी. आपको बता दें कि लेफ्ट वध के लिए मवेशियों की बिक्री पर केंद्र के बैन का विरोध कर रही है.
दिल्ली में गोमांस की दावत आयोजित करने की हिम्मत है ?
राजशेखरन ने कहा, ‘‘मैं सीताराम येचुरी और प्रकाश करात से पूछना चाहूंगा...क्या आप में नयी दिल्ली में एकेजी भवन के सामने सार्वजनिक तौर पर गोमांस की दावत आयोजित करने की हिम्मत है ? आप वहां ऐसा क्यों नहीं करते हैं.’’
केरल में माकपा नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार की ‘‘जन विरोधी’’ नीतियों के खिलाफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) द्वारा आयोजित बैठक में राजशेखरन ने कहा, ‘‘ऐसी चीजें केवल केरल में हो सकती है.’’
बहरहाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी ने बैन के विरोध में कन्नूर जिले में सार्वजनिक तौर पर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा एक बछड़े के वध को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया. पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘यह कांग्रेस की संस्कृति नहीं है. ’’
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, ''अपना ‘‘असली चेहरा’’ दिखा रही है कांग्रेस''
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कांग्रेस की राज्य इकाई से केरल में बछड़े की हत्या पर जवाब मांगते हुए कहा कि पार्टी ने अपना ‘‘असली चेहरा’’ दिखा दिया है. आपको बता दें कि गुजरात में गोहत्या प्रतिबंधित है.
हिंदी में किए गए ट्वीट में रूपाणी ने कहा, ‘‘गुजरात कांग्रेस को केरल में कांग्रेस द्वारा गाय काटने के कृत्य पर जवाब देना चाहिए.’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘केरल में गाय की हत्या कर कांग्रेस ने सही चेहरा दिखाया है. विनाश काले विपरीत बुद्धि. कांग्रेस अब डूबता जहाज है.’’
गुजरात में घास वाले मैदानों को उद्योगों को क्यों दे दिया ?
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए पूछा कि गाय से प्रेम करने वाली बीजेपी सरकार ने गुजरात में घास वाले मैदानों को उद्योगों को क्यों दे दिया. कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, ‘‘अगर बीजेपी गाय से इतना ही प्यार करती है तो इसने राज्य में हजारों एकड़ घास के मैदान मामूली कीमत पर उद्योगों को क्यों दे दिए.’’