Dominic Martin Case: केरल के एर्नाकुलम में सिलसिलेवार धमाकों के लिए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले डोमिनिक मार्टिन ने अदालत में अपना केश खुद लगा. उसे कई बार कानूनी कार्रवाई के लिए वकील की सहायता की पेशकश की गई लेकिन उसने अदालत में अपना प्रतिनिधित्व करने पर जोर दिया.
सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में मार्टिन ने बताया था कि उसने जेहोवा के साक्षियों के एक सम्मेलन को निशाना बनाने का फैसला क्यों किया? उसने कहा कि वह यहोवा के साक्षियों की शिक्षाओं से सहमत नहीं हैं और उनकी गतिविधियों को रोकना चाहता था. उसने जोर देकर कहा कि उनके विचार "देश के लिए खतरनाक" हैं और वे "युवाओं के दिमाग में जहर घोल रहे हैं."
पुलिस कर रही मामले की जांच
डोमिनिक मार्टिन को सोमवार (30 अक्टूबर) को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और हत्या के आरोप के तहत गिरफ्तार किया गया था. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी मंगलवार (31 अक्टूबर) को बताया कि मार्टिन को सबूत इकट्ठा करने के लिए अथानी स्थित उसके घर ले जाया गया.
डोमिनिक मार्टिन से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. वारदात को अंजाम देने के बाद उसने स्वेच्छा से पुलिस के सामने समर्पण किया और बम बनाने के लिए इस्तेमाल में लाए गए पेट्रोल, बैट्री, वायर समेत अन्य सामानों की खरीद से संबंधित बिल भी उसने पुलिस के पास जमा किए हैं. वारदात को अंजाम देने के उसके तरीक़े को देखने के बाद पुलिस ने कहा है कि डोमिनिक मार्टिन दिमाग से काफी तेज है.
रविवार (29 अक्टूबर) को कोच्चि के पास कलामासेरी में एक कन्वेंशन सेंटर में यहोवा के साक्षियों की प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी. इसी दौरान सिलसिलेवार धमाके हुए जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
ये भी पढ़ें: केरल ब्लास्ट: 'ये तो बहुत इंटेलीजेंट आदमी है', डोमिनिक मार्टिन से पूछताछ के बाद बोली पुलिस