Kerala Bomb Blast: हैमबर्ग शूटिंग कांड से कैसे मिलता है केरल ब्लास्ट केस? जानें
Kerala Bomb Blast: 29 अक्टूबर 2023 को जेनोवा विटनेस के पूर्व सदस्य डोमिनिक मार्टिन ने बम धमाके किए थे जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी और उसके बाद उसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था
Kerala Bomb Blast Case: बीते दिनों केरल के एरनाकुलम जिले में एक बम विस्फोट हुआ था जिसमें एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. रविवार (29 अक्टूबर 2023) को इन बम विस्फोट में निशाना ईसाई धर्म के जेनोवा विटनेस को मानने वाले थे. इन बम धमाकों की जिम्मेदारी केरल के डोमिनिक मार्टिन नाम के व्यक्ति ने ली जो पहले जेनोवा विटनेस को मानने वाली कम्युनिटी का सदस्य था.
जेनोवा विटनेस के बारे में जानकारी रखने वाले लोग केरल में हुए इस हमले की समानता जर्मनी में हुए हमले से जोड़ रहे हैं. मार्च 2023 में जर्मनी के हैंबर्ग में जेनोवा के विटनेस समुदाय के लोगों को किंगडम हॉल में एक 35 साल के फिलिप फुज के व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस हमले में कुल 6 लोगों की मौत हो गई थी. फिलिप ने न केवल हत्याओं को खुद अंजाम दिया बल्कि पुलिस के आने तक वह घटनास्थल पर उनका इंतजार किया. पुलिस के पहुंचने पर उसने खुद को गोली मार ली.
इन दोनों हमलों में क्या समानता है?
जर्मनी में हुए उस हमले और कर्नाटक में हुए इस हमले की समानता है कि इस हमले को दो अलग-अलग व्यक्तियों ने अकेले अंजाम दिया था. इन दोनों ही व्यक्तियों का कोई भी आपराधिक इतिहास नहीं था. पुलिस ने अपनी जांच में दोनों को सामान्य नागरिक पाया. इसके साथ ही उन्होंने जेनोवा विटनेस की विचारधारा से असहमत होकर हिंसा को सहारा लिया.
केरल बम धमाकों के आरोपी मार्टिन ने भी यही कहा. मार्टिन ने कहा, '6 साल पहले मैं इस संगठन का सदस्य था. मैंने इनके बारे में पढ़ा, इनके विचारों को सुना और मुझे एहसास हुआ कि ये संगठन गलत रास्ते पर हैं. उन्होंने कहा, मैंने इनको सुधारने की कई बार कोशिश की है लेकिन कोई भी बदलने को तैयार नहीं हुआ. मार्टिन ने आगे कहा, 'इस देश में रहते हुए हमको ये सिखाते हैं कि हमारे देश के लोग ठीक नहीं है और हमें अपने ही देश के लोगों के साथ घुल-मिलकर नहीं रहना चाहिए.'
बम धमाके के बाद सरेंडर किया, पुलिस को सबकुछ बताया
केरल में जेनोवा विटनेस के आरोपी मार्टिन ने बम धमाकों के बाद फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड करने के बाद खुद को सरेंडर कर दिया. सरेंडर के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की और उनको बताया कि उसने कहां से बम बनाना सीखा, बम बनाने का सामान कहां से आया, कैसे बम बनाया. उसने बताया कि उसने रिमोट के जरिए बम विस्फोट किया और निजी इमारत में बम बनाया.
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