तिरूवनंतपुरम: केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कन्नूर में आरएसएस वर्कर मर्डर केस में बीजेपी चीफ को लेकर बड़ा बयान दिया है. विजयन ने कहा कि आरएसएस वर्कर की हत्या को लेकर कथित रूप से झूठी खबरें फैलाने के आरोप में अगर जरुरत पड़ेगी तो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है.


12 मई को लेफ्ट के कार्यकर्ताओं द्वारा आरएसएस कार्यकर्ता चूराकाड बीजू की कथित हत्या के बाद कन्नूर में कानून-व्यवस्था को कथित रूप से तोड़ने पर विजयन कांग्रेस नीत यूडीएफ द्वारा लाये गये स्थगन प्रस्ताव के नोटिस का जवाब दे रहे थे.


जरुरत पड़ने पर राज्य के बीजेपी प्रमुख के खिलाफ मामला हो सकता है दर्ज: विजयन


फेसबुक पर बीजेपी के राज्य प्रमुख कुम्मानम राजशेखरन द्वारा पोस्ट किये गये एक वीडियो का हवाला देते हुए विजयन ने कहा कि बीजेपी नेता को यह बताना चाहिए कि यह जश्न किस जगह का है. इस वीडियो में बीजू की हत्या पर माकपा कार्यकर्ता जश्न मनाते हुए दिख रहे है.


विजयन ने कहा, ‘‘यह गलत और अवैध है. सभी पहलुओं की जांच करने के बाद अगर आवश्यक हुआ तो इस संबंध में मामला दर्ज किया जाएगा.’’ उन्होंने कहा कि क्षेत्र में हिंसा की घटना को रोकने को लिए पुलिस ने बहुत ही तेजी से काम किया है. इस घटना के संबंध में दो व्यक्तियों को हिरासत में भी लिया गया है.


विजयन ने कहा कि किसी को गलत खबरें नहीं फैलानी चाहिए और इस क्षेत्र में शांति प्रयासों को मजबूती प्रदान करने की प्राथमिकता दी जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजू की हत्या को एक अलग घटना के रूप में देखा जाना चाहिए जिसे शांति प्रक्रिया के रास्ते में नहीं आना चाहिए और सभी संबंधित दलों को इसमें सहयोग करना चाहिए.


कन्नूर जिले में अफ्सपा को बंद किये जाने की मांग का विरोध


कन्नूर जिले में अफ्सपा को बंद किये जाने की मांग का सत्ताधारी एलडीएफ और यूडीएफ के सदस्यों ने मिलकर विरोध किया. एलडीएफ और यूडीएफ दोनों राज्यपाल पी सदाशिवम के खिलाफ राज्य के बीजेपी नेता शोभा सुरेंद्रन के बयानों की निंदा की है.


उन्होंने हाल ही में कहा था कि राज्यपाल को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए अगर वे पिनाराई विजयन से डरे हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि राज्यपाल को इस पद के लिए अगर थोड़ा भी सम्मान बचा है तो उन्हें सरकार के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.


सदाशिवम की आलोचना करने के लिए बीजेपी को निशाने पर लेते हुए विजयन ने कहा कि भगवा पार्टी राज्यपाल को धमकी देकर केंद्र के हस्तक्षेप को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा था.