Kerala Congress Statewide Protest March: उत्तर के बाद अब दक्षिण में भी इंडिया गठबंधन में दरार नजर आने लगी है. यहां कांग्रेस ने शुक्रवार (9 फरवरी) को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के. सुधाकरन और विपक्षी नेता वीडी सतीसन की अगुवाई में राज्यव्यापी विरोध मार्च शुरू किया. एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कासरगोड में मार्च को हरी झंडी दिखाई. कांग्रेस ने यह मार्च केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ ‘जन आंदोलन’ के रूप में शुरू किया है.
कांग्रेस की यह यात्रा अगले तीन हफ्तों में केरल के 14 जिलों को कवर करेगी. कासरगोड में वीडी सतीसन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि “समराग्नि (विरोध की लौ)” केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ है. इस दौरान हम आम लोगों से मिलने जा रहे हैं, जो केंद्र और राज्य सरकारों की गलत नीतियों से प्रभावित हैं.
'लोगों को करेंगे जागरूक'
सतीसन ने आगे कहा कि केरल राज्य का सोशल वेलफेयर सेक्टर बिखर गया है. हम ऐसे लोगों से मिलेंगे जो ध्वस्त वेलफेयर सिस्टम के शिकार हैं. अपने इस मार्च के दौरान हम धर्म के आधार पर लोगों का ध्रुवीकरण करने की भारतीय जनता पार्टी की कोशिश के खिलाफ भी लोगों को जागरूक करेंगे."
कांग्रेस ने सीएम विजयन पर उठाए सवाल
सतीसन का कहना है कि यह यात्रा फासीवाद और सांप्रदायिकता के खिलाफ कांग्रेस के कड़े अभियान को दर्शाएगी.' वहीं, इस यात्रा का उद्घाटन करते हुए के. सी. वेणुगोपाल ने कहा ''यह यात्रा केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को बेनकाब करने के लिए है. सीएम विजयन बीजेपी के खिलाफ नहीं हैं. वह अपनी कुर्सी बचाने और अपने प्रियजनों को बचाने के लिए भाजपा से समझौता करने को तैयार हैं. विजयन के पास राज्यपाल से लड़ने का कोई नैतिक आधार नहीं है. पश्चिम बंगाल में सीपीआई (एम) का जो हाल हुआ, वही हाल विजयन के नेतृत्व वाली पार्टी का केरल में होगा. आगामी लोकसभा चुनावों में केरल की जनता सभी 20 सीटों पर यूडीएफ उम्मीदवारों का यरन करेगी. केरल में भारतीय जनता पार्टी का खाता नहीं खुलेगा.''
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