Ex MLA KK Lathika Controversial Post: कुट्टियाडी की पूर्व विधायक और सीपीएम राज्य समिति की सदस्य केके लतिका ने अपने फेसबुक वॉल से विवादित काफिर स्क्रीनशॉट हटा दिया है. इस स्क्रीनशॉट को उन्होंने वडकारा में मतदान के दिन से ठीक पहले अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया था. तब से वह लगातार सुर्खियों में थीं.


यही नहीं, अब केके लतिका ने स्क्रीनशॉट हटाने के साथ ही अपना फेसबुक पेज भी लॉक कर दिया है. यह सब तब हुआ है जब वडकारा पुलिस ने हाईकोर्ट में रिपोर्ट दाखिल की, जिसमें कहा गया कि उसे एमएसएफ के जिला सचिव पीके मुहम्मद कासिम के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है, जिनके नाम से वॉट्सऐप पर स्क्रीनशॉट वायरल किया गया था.


कांग्रेस ने तेज किया सीपीएम पर हमला


पुलिस ने कोर्ट में स्पष्ट किया है कि यूथ लीग के सदस्य मुहम्मद कासिम का उस वॉट्सऐप स्क्रीनशॉट से कोई संबंध नहीं है. अब पुलिस के इस जवाब के बाद यूडीएफ ने सीपीएम पर हमला तेज कर दिया है. कांग्रेस ने मांग की है कि पुलिस केके लतिका को हिरासत में ले ताकि स्क्रीनशॉट के पीछे असली अपराधी का पता लगाया जा सके.


CPM समर्थक फेसबुक पेज पर किया गया था शेयर


सीपीएम समर्थक फेसबुक पेजों ने कासिम के नाम से वॉट्सऐप मैसेज के एक स्क्रीनशॉट को को शेयर किया था जो सांप्रदायिक था. इसमें कहा गया था कि शफी एक पवित्र युवक था, जो दिन में पांच बार नमाज पढ़ता था और दूसरी तरफ एक गैर-मुस्लिम काफिर महिला उम्मीदवार थी. हमें किसे वोट देना चाहिए, आइए सोचें और फिर वोट दें.' लतिका ने कथित फर्जी स्क्रीनशॉट को फेसबुक पर इस संदेश के साथ शेयर किया था कि यह किस तरह की सांप्रदायिकता है? क्या चुनाव के बाद भी हमारी जमीन नहीं रहनी चाहिए. ऐसी अतिवादी सांप्रदायिकता न फैलाएं.


पुलिस ने कोर्ट को बताया- स्क्रीनशॉट है फर्जी


इस बीच अपने नाम से वायरल हो रहे पोस्ट को देखकर कासिम ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था और आरोप लगाया था कि उनके नाम से एक फर्जी स्क्रीनशॉट प्रसारित किया जा रहा था और वडकारा पुलिस शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कोई ठोस और प्रभावी कार्रवाई करने में विफल रही है. कोर्ट के आदेश के बाद मामले की जांच में तेजी आई और अब पुलिस ने अदालत को बताया है कि कासिम ने ऐसा कोई पोस्ट नहीं किया है.


कांग्रेस ने की केके लतिका को गिरफ्तार करने की मांग


दूसरी केरल कांग्रेस के अध्यक्ष के. प्रवीणकुमार का कहना है कि लतिका ने जो किया है वह एक बड़ा आपराधिक कृत्य है, क्योंकि उन्हें पता था कि जिसे वह शेयर कर रही हैं वह एक फर्जी स्क्रीनशॉट था. उन्हें केरल के लोगों से माफी मांगनी चाहिए या सीपीएम को इस पर बोलना चाहिए. पुलिस को उनकी गिरफ्तारी में देरी नहीं करनी चाहिए."


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