Kerala Election 2021: 140 सीट पर 957 उम्मीदवार, अगली सरकार चुनने के लिए केरल तैयार
कल यानी 6 अप्रैल को देश के जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी हैं, उसमें केरल भी शामिल. केरल की 140 विधानसभा सीटों पर वोटर्स अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे.
तिरुवनन्तपुरम: केरल के वोटर्स कल यानी 6 अप्रैल को 140 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों की किस्मत को ईवीएम में कैद कर देंगे. केरल की इन 140 सीटों पर कुल 957 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. इनमें 123 महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर शामिल हैं. केरल में त्रिकोणीय मुकाबला है, जिसमें एलडीएफ, यूडीएफ और बीजेपी में मुख्य टक्कर है.
केरल चुनाव में इस बार कुछ ऐसी सीटें हैं, जिनपर हर किसी की निगाहें टिकी हुई हैं, जानिए उनके बारे में:
नेमम: 2016 के विधानसभा चुनाव में नेमम उस वक्त राष्ट्रीय सुर्खियों में रहा था, जब बीजेपी ने केरल चुनाव में अपने स्टार उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री ओ. राजगोपाल की बदौलत अपनी जीत का खाता खोला था. राजगोपाल ने एलडीएफ के नेता सिवनकुट्टी और यूडीएफ के उम्मीदवार एवं राज्य के पूर्व मंत्री वी. सुरेंद्रन पिल्लई को शिकस्त दी थी. कांग्रेस ने यहां से वर्तमान सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री के. करुणाकरण के बेटे के. मुरलीधरन को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं बीजेपी ने इस सीट को फिर अपने पाले में करने के लिए मेघालय के पूर्व राज्यपाल कुम्मानम राजशेखरन को चुनावी मैदान में उतारा है.
कोन्नी सीट: सबरीमाला विवाद के दौरान प्रदर्शन का एक अहम केंद्र रहे कोन्नी विधानसभा सीट पर इस बार सबकी नज़रें हैं. यहां बीजेपी ने अपने प्रदेशाध्यक्ष के सुरेंद्रन को मैदान में उतारा है.
धर्मदम: उत्तरी केरल के कन्नूर जिले की धर्मदम विधानसभा सीट सिर्फ इस वजह से अहम हो जाती है कि यहां से केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन चुनावी मैदान में हैं और फिर से अपनी सीट को बचाने की कोशिश करेंगे.
पालक्काड़: बीजेपी की तरफ से ‘मेट्रो मैन’ ई. श्रीधरन कांग्रेस के मौजूदा विधायक शफी परमबिल को चुनौती देंगे.