Kerala First Vande Bharat Train: भारतीय रेलवे वंदे भारत ट्रेन नेटवर्क को तेजी से बढ़ाने में जुटा है. इसी कड़ी में अब दक्षिणी राज्य केरल को पहली वंदे भारत ट्रेन का तोहफा मिलने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिर में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं. इसे लेकर तिरुवनंतपुरम से सांसद और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने खुशी जताई है. थरूर ने कहा विकास को राजनीति से परे होना चाहिए.


थरूर ने पिछले साल फरवरी में किए अपने ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, ''मुझे खुशी है कि 14 महीने पहले मैने जो सुझाव दिया था, अश्विनी वैष्णव ने वैसा ही किया. 25 तारीख को तिरुवनंतपुर से नरेंद्र मोदी के पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने को लेकर उत्सुक हूं. विकास को राजनीति से परे होना चाहिए.''


ये होगा रूट


केरल की पहली वंदे भारत ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 अप्रैल, 2023 को हरी झंडी दिखाकर तिरुवनंतपुरम से रवाना करेंगे. केरल वंदे भारत ट्रेन 501 किमी का सफर करेगी जो कुल 7.5 घंटे में पूरा होगा. 


केरल की पहली वंदे भारत ट्रेन का रूट भी सामने आया है. यह ट्रेन तिरुवनंतपुरम से कासरगोड के बीच चलेगी. रास्ते में यह ट्रेन कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम टाउन, थ्रिसुर, तिरूर, कोझिकोड स्टेशन पर रुकेगी. 


नहीं मिलेगी फुल स्पीड


इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 180 किमी प्रति घंटा है, लेकिन केरल में रूट सही न होने के चलते कई जगहों पर धीमी चलेगी. उन्होंने बताया कि कासरगोड से तिरुवनंतपुरम के बीच ट्रेन की स्पीड 110 किमी प्रति घंटा है, लेकिन कई दूसरे हिस्सों में यह 70 से 80 किमी हो जाती है. केरल में तीन चरण में ट्रैक को अपग्रेड किया जाएगा. इसके लिए 351 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है.


देश में 15 वंदे भारत ट्रेन


अब तक देश में कुल 15 वंदे भारत ट्रेनों को चलाया जा रहा है. यह ट्रेन पूरी तरह से 100 फीसदी स्वदेशी तकनीक से बनाई गई है. इस ट्रेन को पहली बार दिल्ली से वाराणसी के बीच साल 2019 में चलाया गया था. वंदे भारत ट्रेन पीएम मोदी की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है. यह ट्रेन 100 फीसदी वातानुकूलित है. इसमें जीपीएस सिस्टम, वाईफाई, ऑटोमेटिक दरवाजे आदि जैसी कई सुविधाएं मौजूद है. 


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