Kerala Flood: केरल को 500 करोड़ की मदद का एलान, अब तक 357 लोगों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
केरल में बाढ़ की वजह से लोग दुर्गम इलाकों में फंसे हैं. उनके पास प्राथमिक जरूरत का सामान खत्म हो चुका है. नौका से नहीं पहुंचने लायक जगहों में फंसी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को सेना के हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है.
Kerala Flood: केरल में बारिश और बाढ़ से अब तक 357 लोगों की मौत हो गई है. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने केरल को 500 करोड़ की मदद का एलान किया है. राज्य में मौसम विभाग ने कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान जताया है. सूबे के 14 में से 13 जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बाढ़ का हवाई जायजा लिया. हवाई सर्वेक्षण में प्रधानमंत्री के साथ केरल के मुख्यमंत्री पीनराई विजयन, राज्यपाल पी सतशिवम और केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस मौजूद थे.
प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 50-50 हजार रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष से मुआवजा देने का ऐलान किया है.
PM @narendramodi in an aerial survey, assessing the damages caused by floods in some of the affected areas of Kerala. The Prime Minister assures his support to the State Government in all its endeavours to meet the challenges of the unprecedented situation. #Keralafloods pic.twitter.com/SJj36FmG5D
— PIB India (@PIB_India) August 18, 2018
केरल में बाढ़ की वजह से लोग दुर्गम इलाकों में फंसे हैं. उनके पास प्राथमिक जरूरत का सामान खत्म हो चुका है. नौका से नहीं पहुंचने लायक जगहों में फंसी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित कई लोगों को सेना के हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है.
My thoughts are with the families of those who have lost their lives due to incessant flooding across Kerala. I hope the injured recover at the earliest.
We all pray for the safety and wellbeing of the people of Kerala. https://t.co/vLZ2GjazGH — Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2018
पहाड़ी इलाकों में पहाड़ के हिस्से जमीन पर गिरने से सड़क जाम हो रहे हैं, जिससे बाकी जगहों से उनका संपर्क टूट जा रहा है. द्वीप की शक्ल ले चुके कई गांवों में फंसे लोगों को निकालने का अभियान भी जारी है. तीनों सेनाओं के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों द्वारा छतों और ऊंची जगहों पर फंसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम किया जा रहा है.
.@IAF_MCC #GarudCommando carried out rescue operations by winching children from the roof top & evacuated in IAF helicopter to rescue camps. #KeralaFloodRelief pic.twitter.com/r31Av6tkzc
— PIB India (@PIB_India) August 18, 2018
अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत राज्य में ऑक्सीजन की कमी और ईंधन स्टेशनों में ईंधन नहीं होने के कारण संकट और गहरा हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि एर्नाकुलम जिले के कई निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो गयी है. इस कारण अधिकारियों को मरीजों को निकट के अस्पतालों में भेजने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
टीवी चैनलों ने प्रसव पीड़ा से कराह रही एक महिला को नौसेना के हेलीकॉप्टर से फेंकी गई रस्सी की मदद से खींचे जाने का परेशान करने वाला वीडियो प्रसारित किया. इस वीडियो में महिला हवा में झूलती नजर आ रही है. महिला को बाद में नौसेना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने एक लड़के को जन्म दिया.
सोशल मीडिया का सहारा बाढ़ में फंसे लोग और उनके परिजन सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं. एक वॉट्सऐप वीडियो में छह साल के बच्चे के साथ एक जगह पर फंसी हुई महिला मदद की गुहार लगाती नजर आ रही है. वह कह रही है, ‘‘हमारे पास न खाना है और न पीने को पानी. कृपया हमारी मदद करें.’’
कुछ जगहों पर बारिश में थोड़ी कमी आई लेकिन चार जिलों - पथनमथिट्टा, अलफुजा, एर्नाकुलम और त्रिचूर - में मानसून का कहर जारी है. पर्वतीय जिले इडुक्की में भूस्खलनों के कारण कई सड़कों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जगहों में शामिल वायनाड केरल के बाकी हिस्सों से कट चुका है.
रनवे पर बाढ़ के कारण कोच्चि हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है. मौसम विभाग ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान किया है. पथनमथिट्टा, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलफुजा, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम, त्रिचूर, पालक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड जिलों में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का पूर्वानुमान है.