नई दिल्ली: केरल में बाढ़ और बारिश का कहर जारी है. राज्य के संकट का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक 357 लोगों की मौत हो चुकी है. सौ साल की सबसे भीषण बाढ़ से जूझ रहे केरल में 44 नदियां उफान पर हैं. राज्य के 39 बांधों में से 35 बांधों पर पानी ओवरफ्लो कर रहा हैं. बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य जारी है. कडुंगलूर में कोस्ट गार्ड ने 10 दिन के मासूम और उसकी मां को बचाया.


अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन
तीनों सेनाएं और NDRF की टीमें युद्धस्तर पर बचाव कार्य में जुटी हैं. एनडीआरएफ ने बारिश और बाढ़ से जूझ रहे केरल के विभिन्न इलाकों से 10 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला है. केरल के बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद के लिए वायुसेना की तैनाती की गई है. वहीं सेना खाने-पीने और राहत का सामान पहुंचा रही है. एनडीआरएफ की 58 टीम केरल में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं. केरल में करीब सवा तीन लाख लोगों को रिलीफ कैंपों में रखा गया. एनडीआरएफ के अनुसार, यह अब तक का देश का सबसे बड़ा राहत और बचाव अभियान है.


केंद्र सरकार ने दिए 600 करोड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की स्थिति का जायजा लेने के लिए हवाई दौरा भी किया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 500 करोड़ की अतिरिक्त राशि भी केरल के लिए दी है. इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने 100 करोड़ की राशि देने की बात कही थी.

मदद के लिए आगे आए अन्य राज्य
केरल में बाढ़ की विनाश लीला देखते हुए देश ने अन्य राज्यों ने केरल की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. बिहार सरकार ने 10 करोड़, झारखंड 5, यूपी ने 15 करोड़, पंजाब ने 10 करोड़, महाराष्ट्र ने 20 करोड़ की सहायता राशि देने का एलान किया है. इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के सांसद, विधायक केरल में बाढ पीड़ितों की मदद के लिए एक महीने का वेतन देंगे, दिल्ली सरकार भी 10 करोड़ रुपये देने का एलान कर चुकी है.


मदद के लिए काम करेगी यूएई की कमेटी
संयुक्त अरब आमीरात (यूएई) ने एक कमेटी बनाई है जो केरल के बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद का काम करेगी. उपराष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मोख्तुम ने ट्विटर पर इस बात की घोषणा भी की है. उन्होंने सभी से केरल के लोगों की मदद करने की अपील की है.


सोशल मीडिया का सहारा
बाढ़ में फंसे लोग और उनके परिजन सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं. एक वॉट्सऐप वीडियो में छह साल के बच्चे के साथ एक जगह पर फंसी हुई महिला मदद की गुहार लगाती नजर आ रही है. वह कह रही है, ‘‘हमारे पास न खाना है और न पीने को पानी. कृपया हमारी मदद करें.’’


संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने तबाही को लेकर जताया दुख
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने केरल में भीषण बाढ़ के बाद हुई भारी तबाही को लेकर दुख जताया है. केरल पिछले 100 वर्षों में आई सबसे भयावह बाढ़ का सामना कर रहा है. राज्य में करीब 80 बांधों में पानी का स्तर क्षमता से अधिक होने के बाद उनसे पानी छोड़ना पड़ा है. 3.14 लाख लोगों को सहायता शिविरों में ले जाया गया है.