नई दिल्ली: केरल सोना तस्करी मामले की जांच के दौरान एनआईए ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने इनके ठिकानों पर छापेमारी भी की इस दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिलने का दावा किया गया है जिसमें अहम सबूत बताए जा रहे हैं.
इस मामले में गिरफ्तार एक आरोपी को पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का मेंबर भी बताया गया है जिससे इस मामले के तार पीएफआई से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं.
एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच के दौरान 30 अगस्त को जलाल ए.एम. और अल्वी उर्फ बाबा को गिरफ्तार किया गया. इन दोनों पर आरोप है कि यह दोनों गिरफ्तार आरोपी रमेश के टी के साथ साजिश रचने में शामिल थे. इसके बाद एनआईए अधिकारियों ने 31 अगस्त को मोहम्मद शफी और आब्दू पी. टी. को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया.
1 अगस्त को एनआईए ने मोहम्मद अली इब्राहिम और मोहम्मद अली नामक दो लोगों को गिरफ्तार किया. इन दोनों पर आरोप है कि यह दोनों इस मामले में गिरफ्तार जलाल ए. एम .के संपर्क में थे और साजिश रचने, सोना कलेक्ट करने में इन लोगों ने अहम भूमिका निभाई थी. यह भी आरोप है कि इस मामले में जो सामान इधर उधर बांटा गया था उसमें भी इनकी अहम भूमिका थी.
एनआईए के अधिकारी के मुताबिक इनमें मोहम्मद अली पुत्र अब्दुल कादर पीएफआई का मेंबर है. पुलिस ने उसे साल 2015 में प्रोफेसर चॉपिंग केस में गिरफ्तार किया था लेकिन कोर्ट से वह छूट गया था.
एनआईए के अधिकारी के मुताबिक इस मामले में आज आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दौरान 2 हार्ड डिस्क, 1 टैबलेट पीसी, 8 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, 1 डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर और 5 डीवीडी जब्त किए गए. साथ ही बैंक पासबुक, क्रेडिट / डेबिट कार्ड, यात्रा दस्तावेज और आरोपियों के पहचान दस्तावेजों सहित विभिन्न दस्तावेजों को जब्त किया गया.
एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक इस मामले की जांच के दौरान अब तक कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है साथ ही इस मामले में मोहम्मद अली की गिरफ्तारी के बाद इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि पूरे षडयंत्र में पीएफआई के कुछ अन्य लोगों की भी भूमिका हो सकती है, फिलहाल मामले की जांच जारी है.
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