चेन्नई: केरल में गोल्ड स्मग्लिंग बहुचर्चित केस में हर दिन नए मोड़ देखने को मिल रहे है. एनआईए द्वारा चल रही जांच के बीच यूएई कॉन्सुलेट के गनमैन ने आत्महत्या की कोशिश की. इससे पहले यह गनमैन गायब था और मिसिंग कंप्लेंट भी दायर कराई गई थी. जिसके बाद आज हाथ में कट के साथ अक्कुलम में अपने घर के पास घायल मिला.


पुलिस के मुताबिक गनमैन जयघोष ने कथित तौर पर आत्महत्या की कोशिश की. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गनमैन जयघोष अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वत्तियूर्कावू में रहता है. गुरुवार शाम को करीमनल के घर में शिफ्ट कर दिया था. जिसके बाद उसका फोन बंद था. दरअसल एनआईए की जांच में यह पता चला था कि सोने की तस्करी का मामला जिस दिन पकड़ा गया इस दिन आरोपी स्वप्ना सुरेश ने जयघोष को कॉल किया था.


सोने की तस्करी से जुड़े मामलों में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की ओर से जांच तेज किए जाने के बाद हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. एक दिन पहले ही इस केस में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव शिवशंकर का नाम सामने आया था. केरल सरकार ने लगभग तुरंत ही शिवशंकर को सस्पेंड कर दिया था. हालांकि, अब इस मामले में विपक्ष सीएम पिनरई विजयन के खिलाफ आक्रामक हो गया है. राज्य में सत्तारूढ़ एलडीएफ के खिलाफ विपक्षी पार्टी यूडीएफ अब सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है.

आपको बता दें कि NIA ने आरोप लगाया है कि सीएम के प्रमुख सचिव गोल्ड स्मग्लिंग केस की मुख्य अभियुक्त स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर के काफी करीबी हैं. स्वप्ना केरल सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की पूर्व सलाहकार रह चुकी हैं. ऐसे में विपक्ष ने विजयन सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.


आपको बताते कि यह पूरा मामला गोल्ड स्मग्लिंग यानी सोने की तस्करी का है. 5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने पहले से मिली गुप्त सूचना के आधार पर यूएई से आया एक डिप्लोमेटिक सामान पकड़ा. विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद यूएई दूतावास के अधिकारियों की मौजूदगी में जब उसे खोला गया तो उसमें 35 किलो सोना मिला. अपने आप को वाणिज्य दूतावास का कर्मचारी बताकर सोने को लेने आए व्यक्ति सरित कुमार को कस्टम विभाग ने पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया है. पूछताछ में सरित ने बताया कि वो लगभग एक साल पहले तक यूएई दूतावास में बतौर जनसंपर्क अधिकारी काम करता था, लेकिन अब वह दूतावास का कर्मचारी नहीं है. सरित लगभग एक साल से हवाईअड्डे से इस तरह का सामान ले जा रहा था.


पूछताछ में सरित ने विभाग को बताया कि उसकी एक सहयोगी केरल सरकार के आईटी विभाग की एक कर्मचारी है, जिसका नाम स्वप्ना सुरेश है. स्वप्ना सुरेश से पूछताछ करने के लिए जब विभाग हरकत में आया तो पता चला कि वो सामान खोले जाने के एक दिन पहले से लापता है.


वहीं एनआईए को यह मामला सौंपे जाने के बाद एजेंसी गोल्ड स्मग्लिंग घोटाले में इस्लामिक स्टेट के तार की भी जांच कर रही है. एजेंसी को शक है कि गोल्ड स्मग्लिंग के तार दक्षिण भारत के आईएस यूनिट से है. एनआईए सूत्रों का कहना है कि अगर इसके तार टेरर ऑर्गनाइजेशन आईएस से निकलते है तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.


यही कारण है कि एनआईए इस मामले में गहराई से जांच में जुटी है. इससे पहले भी दक्षिण भारत में आईएस यूनिट द्वारा रिक्रूटमेंट का मामला सामने आया था. जो कि अफ़ग़ानिस्तान से ऑनलाइन रिक्रूटमेंट चलाते थे. इससे पहले भी एनआईए केरल से अफ़ग़ानिस्तान गए लापता लोगों के मामले की जांच में यह कह चुकी हैं कि उन सभी का आईएस टेरर ऑर्गनाइजेशन ज्वाइन करने का शक है.


इस बाबत कई सबूत भी एनआईए के हाथ लगे थे. आईएस ने केरल से जुड़ने वाले लोगों को खुद ही फंड इकट्ठा करने को कहा था. यहीं कारण है कि एनआईए गोल्ड स्मग्लिंग के तार का पता लगा रही है. साथ ही जिस तरह से कस्टम विभाग ने बताया कि तिरुवनंतुरम से चेन्नई भी सोने की तस्करी हुई है ऐसे में NIA तमिलनाडु के लिंक को भी खंगालेगी.


चेन्नई: केरल में गोल्ड स्मग्लिंग बहुचर्चित केस में हर दिन नए मोड़ देखने को मिल रहे है. एनआईए द्वारा चल रही जांच के बीच यूएई कॉन्सुलेट के गनमैन ने आत्महत्या की कोशिश की. इससे पहले यह गनमैन गायब था और मिसिंग कंप्लेंट भी दायर कराई गई थी. जिसके बाद आज हाथ में कट के साथ अक्कुलम में अपने घर के पास घायल मिला.


पुलिस के मुताबिक गनमैन जयघोष ने कथित तौर पर आत्महत्या की कोशिश की. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गनमैन जयघोष अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वत्तियूर्कावू में रहता है. गुरुवार शाम को करीमनल के घर में शिफ्ट कर दिया था. जिसके बाद उसका फोन बंद था. दरअसल एनआईए की जांच में यह पता चला था कि सोने की तस्करी का मामला जिस दिन पकड़ा गया इस दिन आरोपी स्वप्ना सुरेश ने जयघोष को कॉल किया था.


सोने की तस्करी से जुड़े मामलों में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की ओर से जांच तेज किए जाने के बाद हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. एक दिन पहले ही इस केस में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव शिवशंकर का नाम सामने आया था. केरल सरकार ने लगभग तुरंत ही शिवशंकर को सस्पेंड कर दिया था. हालांकि, अब इस मामले में विपक्ष सीएम पिनरई विजयन के खिलाफ आक्रामक हो गया है. राज्य में सत्तारूढ़ एलडीएफ के खिलाफ विपक्षी पार्टी यूडीएफ अब सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है.

आपको बता दें कि NIA ने आरोप लगाया है कि सीएम के प्रमुख सचिव गोल्ड स्मग्लिंग केस की मुख्य अभियुक्त स्वप्ना सुरेश और संदीप नायर के काफी करीबी हैं. स्वप्ना केरल सरकार में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की पूर्व सलाहकार रह चुकी हैं. ऐसे में विपक्ष ने विजयन सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.


आपको बताते कि यह पूरा मामला गोल्ड स्मग्लिंग यानी सोने की तस्करी का है. 5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने पहले से मिली गुप्त सूचना के आधार पर यूएई से आया एक डिप्लोमेटिक सामान पकड़ा. विदेश मंत्रालय से अनुमति लेने के बाद यूएई दूतावास के अधिकारियों की मौजूदगी में जब उसे खोला गया तो उसमें 35 किलो सोना मिला. अपने आप को वाणिज्य दूतावास का कर्मचारी बताकर सोने को लेने आए व्यक्ति सरित कुमार को कस्टम विभाग ने पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया है. पूछताछ में सरित ने बताया कि वो लगभग एक साल पहले तक यूएई दूतावास में बतौर जनसंपर्क अधिकारी काम करता था, लेकिन अब वह दूतावास का कर्मचारी नहीं है. सरित लगभग एक साल से हवाईअड्डे से इस तरह का सामान ले जा रहा था.


पूछताछ में सरित ने विभाग को बताया कि उसकी एक सहयोगी केरल सरकार के आईटी विभाग की एक कर्मचारी है, जिसका नाम स्वप्ना सुरेश है. स्वप्ना सुरेश से पूछताछ करने के लिए जब विभाग हरकत में आया तो पता चला कि वो सामान खोले जाने के एक दिन पहले से लापता है.


वहीं एनआईए को यह मामला सौंपे जाने के बाद एजेंसी गोल्ड स्मग्लिंग घोटाले में इस्लामिक स्टेट के तार की भी जांच कर रही है. एजेंसी को शक है कि गोल्ड स्मग्लिंग के तार दक्षिण भारत के आईएस यूनिट से है. एनआईए सूत्रों का कहना है कि अगर इसके तार टेरर ऑर्गनाइजेशन आईएस से निकलते है तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.


यही कारण है कि एनआईए इस मामले में गहराई से जांच में जुटी है. इससे पहले भी दक्षिण भारत में आईएस यूनिट द्वारा रिक्रूटमेंट का मामला सामने आया था. जो कि अफ़ग़ानिस्तान से ऑनलाइन रिक्रूटमेंट चलाते थे. इससे पहले भी एनआईए केरल से अफ़ग़ानिस्तान गए लापता लोगों के मामले की जांच में यह कह चुकी हैं कि उन सभी का आईएस टेरर ऑर्गनाइजेशन ज्वाइन करने का शक है.


इस बाबत कई सबूत भी एनआईए के हाथ लगे थे. आईएस ने केरल से जुड़ने वाले लोगों को खुद ही फंड इकट्ठा करने को कहा था. यहीं कारण है कि एनआईए गोल्ड स्मग्लिंग के तार का पता लगा रही है. साथ ही जिस तरह से कस्टम विभाग ने बताया कि तिरुवनंतुरम से चेन्नई भी सोने की तस्करी हुई है ऐसे में NIA तमिलनाडु के लिंक को भी खंगालेगी.