तिरुवनंतपुरम: केरल सरकार ने कुछ शर्तों के साथ सार्वजनिक यातायात को मंजूरी देने का फैसला किया है. इस के तहत कोविड-19 की वजह से सामाजिक दूरी का पालन करना होगा. यात्रियों के कम होने के मद्देनजर किराए बढ़ाए जाएंगे ताकि घाटे की भरपाई हो सके.

परिवहन मंत्री ए के शशींद्रन ने कहा कि शुरुआत में जिले के भीतर ही सार्वजनिक यातायात की इजाजत होगी और इसमें भी संक्रमण की अधिकता वाले क्षेत्रों से बचा जाएगा. कोविड-19 को नियंत्रण में करने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से राज्य में 24 मार्च से सार्वजनिक यातायात पूरी तरह से बंद है.

मंत्री ने कहा, ‘‘ हम कुछ रोक-टोक के साथ सार्वजनिक यातायात खोलेंगे. शुरुआत में बस सेवाएं सिर्फ जिले के भीतर होंगी. संक्रमण से बेहद प्रभावित क्षेत्रों में बसें नहीं चलेंगी. न्यूनतम शुल्क में बढ़ोतरी होगी.’’

उन्होंने कहा कि केंद्र से जारी दिशानिर्देश के आधार पर ही सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी. उन्होंने कहा, ‘‘ केंद्र सरकार की ओर से जारी मौजूदा दिशा-निर्देश के अनुसार हम स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और इसके बाद ही अंतर-जिला या अंतर राज्य सेवाएं बहाल होंगी.’’ उन्होंने कहा कि केरल अंतर-राज्य बस सेवाओं की अपेक्षा ट्रेन सेवा को ज्यादा बेहतर मानता है.

केरल में अब तक 630 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कहा कि 29 नए मामले आए हैं. नये मरीजों में से 21 विदेशों से लौटे व्यक्ति हैं जबकि सात अन्य राज्य से हैं. उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को संक्रमण किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से हुआ.


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