Kerala Minister Controversial Stetement: केरल की पिनराई विजयन सरकार एक बार फिर से बीजेपी के निशाने पर आ गई है. पिनराई सरकार में मंत्री साजी चेरियन ने भारतीय संविधान को लेकर विवादास्पद बयान दिया है. मंगलवार को उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय संविधान देश के संसाधनों को लूटने के लिए बनाया गया है. हालांकि चेरियन को जब अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने अपनी संविधान विरोधी टिप्पणी के लिए माफी भी मांगी और कहा कि उनके बयानों की गलत व्याख्या की गई है. लेकिन तब तो बवाल मच गया और विपक्ष ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से उन्हें बर्खास्त करने की मांग की.


राज्यपाल ने की टिप्पणी-संविधान और कानून को बनाए रखें


इसके बाद सीएम पिनाराई विजयन ने साजी चेरियन से स्पष्टीकरण मांगा और उसके बाद केरल के राज्यपाल ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा कि सार्वजनिक पद पर बैठे लोगों का कर्तव्य है कि वे संविधान और कानून-व्यवस्था को बनाए रखें. इस बारे में सीएम को सूचित किया गया है और वे स्पष्टीकरण भी मांग चुके हैं. गवर्नर ने कहा कि अभी मैंने कोई रिपोर्ट नहीं मांगी है, हम निगरानी रख रहे हैं.


चेरियन ने ऐसा क्या कह दिया कि मचा है बवाल, जानिए... 


केरल सरकार में मंत्री साजी चेरियन ने कहा कि हम सभी कहते हैं कि हमारे पास एक सुंदर लिखित संविधान है. लेकिन, मैं कहूंगा कि संविधान इस तरह से लिखा गया है कि इसका इस्तेमाल देश के लोगों को लूटने के लिए किया जा सकता है. भारतीय संविधान श्रमिक वर्ग के लिए उचित नहीं है क्योंकि उनके लिए कोई सुरक्षा नहीं है.


चेरियन यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि संविधान वह है जो अंग्रेजों ने तैयार किया और भारतीयों ने लिखा है. यह कुछ ऐसा है जो लूट की अनुमति देता है, श्रम के लिए कुछ भी नहीं देता और 75 साल से इस सिस्टम का गर्व से पालन किया जा रहा है.


भाजपा ने कहा-मंत्री को बर्खास्त करो


साजी चेरियन के बयान पर भाजपा नेता केजे अल्फोंस ने तंज कसा और कहा कि केरल के कैबिनेट मंत्री के लिए संविधान के निर्वाचित प्रतिनिधि होने के खिलाफ टिप्पणी करना गलत था. चेरियन ने संविधान की रक्षा की शपथ ली है और अब वह इसका मजाक उड़ा रहे हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि सीएम पिनाराई विजयन को तुरंत चेरियन को बर्खास्त कर देना चाहिए या राज्यपाल को ही ऐसे मंत्री को बर्खास्त करने की सिफारिश करनी चाहिए.


वहीं, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन सहित कई लोगों ने भी चेरियन की विवादास्पद टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की और कहा कि अगर विजयन कार्रवाई नहीं करते हैं, तो हम कानूनी सहारा लेंगे.


सीपीआई ने किया बचाव- बयान को गलत संदर्भ में लिया गया


अपने पार्टी के नेता साजी चेरियन का बचाव करते हुए सीपीआई, एम ने  कहा कि उनके बयान को गलत संदर्भ में लिया गया है. दरअसल, वे संविधान के सम्मान में कुछ कमियों की ओर इशारा कर रहे थे. उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी है. उन्होंने कहा है कि मैं एक लोक सेवक हूं जो हमारे संविधान का सम्मान करता है और इसके महान मूल्यों को बनाए रखता है. मेरा कभी भी संविधान का अपमान करने या इसके खिलाफ कुछ भी कहने का इरादा नहीं था.


सीपीआई की सफाई पर बोले वी मुरलीधरन


सीपीआई की दी गई सफाई पर विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि जो पार्टी संविधान के बारे में जैसा सोचती है, यही चेरियन ने बोला है.यह जुबान की फिसलन नहीं है. चेरियन ने अपने भाषण में भारतीय संविधान का अपमान किया. यह उनका देश विरोधी बयान है. इससे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि वह अब सफाई दे रहे हैं. उन्हें संविधान के बारे में कुछ नहीं पता है.