केरल के अस्पताल ने गर्भवती महिला की मौत को टीके से जोड़ा, डोज लेने के एक हफ्ते बाद सिरदर्द हुआ और फिर मौत
कोट्टायम जिले के एक अस्पताल ने 31 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत का कारण टीकाकरण के दुष्परिणाम को बताया है. इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है.
कोट्टायम: केरल में कोट्टायम जिले के एक अस्पताल में 31 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया. गर्भवती महिला की मौत को टीके से जोड़ा जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि महिला की मौत वैक्सीन के दुष्परिणामों की वजह से हुई है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है. महिला के पति ने स्वास्थ्य मंत्री रंजीत से जांच की मांग की है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, महिमा मैथ्यू नाम की महिला ने 6 अगस्त को कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खुराक ली थी. खुराक लेने से पहले मार स्लीवा मेडिसिटी हॉस्पिटल में उनके गर्भवती होने की पुष्टि हो गई थी. इसके बाद 11 अगस्त को उन्हें तेज सिरदर्द हुआ और चार दिन बाद उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया. अगले दिन 16 अगस्त को डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया और 20 अगस्त को मौत की पुष्टि कर की गई. अस्पताल ने मौत की रिपोर्ट में सेरेब्रल वेनस थ्रॉम्बोसिस और थ्रोम्बोसाइटोपेनिया मुख्य कारण बताया है.
इंडियन एक्सप्रेस ने कोट्टायम के जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ जैकब वर्गीस से बात की. उन्होंने डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम घटित की है, जो महिला की मौत के कारण का पता लगाएगी. डॉ जैकब वर्गीस ने कहा, 'हमें समझ नहीं आ रहा है कि अस्पताल ने महिला की मौत को किन परिस्थितियों में वैक्सीन से जोड़ा है. हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. इसके अलावा, डॉक्टरों की एक विशेषज्ञ टीम मौत का ऑडिट करेगी. तभी हम निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं.''
इससे पहले कोच्चि में भी ऐसा ही एक मामला सामने आ चुका है. इस महीने की शुरुआत में कोच्चि के एक अस्पताल में 19 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई थी. महिला के परिवार ने आरोप लगाया था कि टीके की वजह से मौत हुई है. 28 जुलाई को महिला ने कोविशील्ड की पहली खुराक ली थी. कुछ दिनों बाद सिरदर्द शुरू हुआ. 12 अगस्त को एक निजी मेडिकल कॉलेज में रक्तस्राव के बाद उसकी मृत्यु हो गई.
ये भी पढ़ें-
नीति आयोग की चेतावनी- सितंबर में रोजाना आ सकते हैं 4 लाख कोरोना केस, 2 लाख ICU बेड रखें तैयार
अफगानिस्तान: बागलान प्रॉविंस पर अहमद मसूद की सेना का कब्जा, 300 से ज्यादा तालिबानी लड़ाकू ढेर